नई दिल्ली:ऐसे समय में जब केंद्रीय गृह मंत्रालय पूरे भारत में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लागू करने के लिए नियम तैयार कर रहा है, भाजपा की एक वरिष्ठ नेता ने अधिनियम की संवैधानिक वैधता को चुनौती देते हुए सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है.
भाजपा की त्रिपुरा राज्य समिति की उपाध्यक्ष पाताल कन्या जमातिया (Patal Kanya Jamatia) ने सीएए की वैधता को चुनौती देते हुए शीर्ष अदालत में एक अलग याचिका दायर की है. उनकी याचिका सीएए के खिलाफ दायर 220 अन्य याचिकाओं में शामिल है. जमातिया ने मंगलवार को नई दिल्ली में 'ईटीवी भारत' से कहा, 'मैंने सीएए के खिलाफ याचिका दायर की है. मुझे उम्मीद है कि सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को भी मान लेगी.'
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को त्रिपुरा और असम सरकार को सीएए को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर अगले चार सप्ताह में जवाबी हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया था. जमातिया ने कहा, 'भारत में अलग-अलग राज्यों की अपनी अलग-अलग शर्तें हैं, इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने भी इन दोनों राज्यों (असम और त्रिपुरा) के सीएए मामले को अलग-अलग लेने का फैसला किया है.