कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहां पर 28 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगा है. एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तरी 24 परगना के न्यू टाउन में आवासीय फ्लैट दिलाने के नाम पर कुल 429 लोगों से ठगी की गई है. नुसरत जहां की कथित तौर पर गरियाहाट इलाके में एक संस्था है, जिसके वह निदेशकों में से एक हैं. इस धोखाधड़ी में संगठन का नाम घसीटा गया है.
ठगी का शिकार हुए लोगों को जब पता चला कि उनके साथ ठगी हो रही है तो उन्होंने धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए गरियाहाट थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी है. साथ ही घटना को लेकर अलीपुर कोर्ट में केस भी दायर किया गया है. पीड़ितों का आरोप है कि नुसरत जहां की कंपनी ने उनसे आवासीय मकान दिलाने के नाम पर 5 लाख 55 हजार रुपये लिये. रुपये लेते वक्त उन्हें बताया गया था कि 2018 में उन्हें 3 बीएचके फ्लैट दे दिया जाएगा.
तब से पांच वर्ष बीत गये, लेकिन शिकायतकर्ताओं को अब तक आवास नहीं मिल पाया है. इससे उन्हें कानून का दरवाजा खटखटाने पर मजबूर होना पड़ा. मामले पर ध्यान आकर्षित करने के लिए भाजपा नेता संकू देब पांडा शिकायतकर्ताओं को प्रवर्तन निदेशक (ईडी) के कार्यालय ले गए. तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में आए नेता ने दावा किया कि पुलिस को रिपोर्ट करने के बावजूद, तृणमूल कांग्रेस सांसद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और इसलिए उन्होंने समाधान की तलाश में ईडी से संपर्क किया.
पांडा ने यह भी कहा कि नुसरत जहां को अदालत ने मामले में व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए बुलाया था. लेकिन वह नियमित रूप से अदालती सम्मन से बचती रहीं. बीजेपी नेता ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर अगले 48 घंटों के भीतर ठगे गए लोगों को न्याय नहीं मिला तो वे सड़कों पर उतरेंगे. गरियाहाट थाने की पुलिस ने पूरी घटना कैसे घटी, इसकी जांच शुरू कर दी है.