कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पंचायत मंत्री रहे सुब्रत मुखर्जी को अंतिम विदाई देने के लिए शुक्रवार को यहां रवींद्र सदन में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता एकत्र हुए. मुखर्जी का हृदय गति रुकने से एक सरकारी अस्पताल में बृहस्पतिवार को निधन हो गया था. शहर के दक्षिण काेलकाता के केवड़ातल्ला श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिन्होंने कोलकाता के पूर्व मेयर के निधन को बड़ी व्यक्तिगत क्षति बताया था, उनके भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने मुखर्जी को पुष्पांजलि अर्पित की, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया.
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं फिरहाद हकीम और अरूप विश्वास, कांग्रेस के अब्दुल मन्नान और प्रदीप भट्टाचार्य के साथ-साथ भाजपा के दिलीप घोष और राहुल सिन्हा ने कोलकाता के पूर्व मेयर को श्रद्धांजलि दी. माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा और पार्टी प्रवक्ता सुजान चक्रवर्ती ने भी मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की.
हकीम ने कहा, मैं सुब्रत दा को देखकर बड़ा हुआ हूं. वह मेरे बचपन के हीरो थे. ऐसे कई उदाहरण हैं जब मैंने उनसे सलाह के लिए संपर्क किया और उन्होंने हमेशा मेरा मार्गदर्शन किया. मैंने अपने बड़े भाई को खो दिया है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उपाध्यक्ष घोष ने कहा, बंगाल की राजनीति में उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा. वे बंगाल की राजनीति के ‘भीष्म पितामह’ थे. यह हम सभी के लिए एक बड़ी क्षति है. वयोवृद्ध नेता के हजारों प्रशंसक और समर्थक भी अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए रवींद्र सदन में एकत्रित हुए.