बीकानेर.15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ और आजाद भारत में सबसे पहले ध्वजारोहण तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने किया. रात 12 बजे देश के आजाद होने के बाद पंडित नेहरू की तर्ज पर बीकानेर में भी तत्कालीन समय में देशभक्त युवाओं ने रात 12:00 बजे झंडारोहण किया. आजाद मंडल के बैनर तले उस वक्त रात 12:00 बजे किए गए झंडारोहण की परंपरा को आज भी बीकानेर में स्थानीय लोग और युवा लगातार निर्वहन कर रहे हैं. इतना ही नहीं तब बने आजाद मंडल का नाम आज भी चल रहा है और आज भी ध्वजारोहण का यह कार्यक्रम आजाद मंडल के नाम से ही किया जाता है.
नत्थूसर गेट पर होता है आयोजन :आजाद मंडल से जुड़े युवा राघव पुरोहित कहते हैं कि देश में सबसे पहले ध्वजारोहण तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने किया था और रात 12 बजे तारीख बदलने के साथ ही देश के आजाद होने की विधिवत घोषणा हो गई थी. उन्होंने कहा कि उस वक्त बीकानेर में भी देशभक्त रंगा ठाकुर और उनके साथियों ने आजाद मंडल के बैनर तले नत्थूसर गेट पर रात 12 बजे ध्वजारोहण किया था. उसी परंपरा को 76 सालों से हम लोग निभा रहे हैं और हर साल स्वाधीनता दिवस के मौके पर ध्वजारोहण किया जाता है और गणतंत्र दिवस के मौके पर ध्वज फहराया जाता है. ध्वजारोहण के समय पूरी सावधानी बरती जाती है और ससम्मान ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान होता है. उसके बाद मौजूद लोग मिठाई वितरित करके अपनी खुशी जाहिर करते हैं.