जम्मू :76वें सेना दिवस पर टाइगर डिवीजन द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां नागरिकों को उन सैनिकों के परिवारों के साथ जुड़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया गया, जिन्होंने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया. सेना के सहयोग से, प्रोजेक्ट नमन की कल्पना एक गैर सरकारी संगठन, राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण और मानव कल्याण संगठन (एनसीसीएचडब्ल्यूओ) द्वारा की गई थी.
जम्मू के विभिन्न गैर सरकारी संगठन स्वेच्छा से इस नेक विचार का हिस्सा बने, जहां नागरिकों ने वीर नारियों के परिवारों को गोद लिया. सेना ने कार्यक्रम का समन्वय किया और कार्यक्रम के संचालन के लिए सहायता प्रदान की, जिसमें वीर नारियों, नागरिकों, सैनिकों और ईएसएम ने भाग लिया. एक सैनिक द्वारा कर्तव्य निभाते हुए अपने जीवन का बलिदान देने के बाद, उसका परिवार मानसिक आघात से गुजरता है. NAMAN गैर सरकारी संगठनों को इन परिवारों के साथ जुड़ने के लिए एक मंच प्रदान करता है. यह एसोसिएशन वीर नारियों और उनके बच्चों को मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करेगा.
कार्यक्रम की शुरुआत एक सत्र से हुई जहां वीर नारियों को प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक डॉ. आरती बख्शी के साथ काम करते हुए योग्य मनोवैज्ञानिक सुश्री विदुषी से शिक्षाप्रद व्याख्यान प्राप्त हुए. इस टीम ने वीर नारियों को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर समर्थन देना जारी रखने का संकल्प लिया है.
यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रोजेक्ट नमन के सदस्यों द्वारा वीर नारियों के साथ घनिष्ठ संचार बनाए रखा जाए, एनसीसीएचडब्ल्यूओ द्वारा एक व्हाट्सएप ग्रुप का प्रबंधन किया जाएगा. गैर सरकारी संगठनों की महिला सदस्य वीर नारियों के साथ निकट संपर्क बनाए रखेंगी और यह भी सुनिश्चित करेंगी कि उनके बच्चों को कैरियर काउंसलिंग के माध्यम से पढ़ाई/भविष्य के अवसरों पर मार्गदर्शन मिले.