ठाणे : महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक आदिवासी महिला ने बुधवार को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार इसलिए लौटा दिया क्योंकि उसके परिवार को जन वितरण प्रणाली की दुकानों से राशन नहीं मिल रहा.
हाली रघुनाथ बराफ ने दावा किया कि शाहपुर तहसील के 400 आदिवासी परिवारों की यही दुर्दशा है.
बहन को तेंदुए से बचाया था
बराफ को अपनी बहन को तेंदुए के चंगुल से बचाने के लिए 2013 में 'वीर बापूजी गंधानी राष्ट्रीय बालवीर पुरस्कार' मिला था. वह अब उम्र के दो दशक को पार कर चुकी है और राठ अंडाले पाड़ा में रहती है.