बेंगलुरु :भारत में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में सरकार ने टीकाकरण अभियान को तेज करने का फैसला किया है. इसी कड़ी में एक मई से 18 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले सभी लोगों को टीका लगाया जाएगा. हालांकि लोगों के मन में टीके को लेकर अब भी हिचक और संशय है.
ताजा मामला कर्नाटक के मैसुर का है. शहर से कुछ दूर बड़ी संख्या में जनजातीय समाज के लोग रहते हैं. उनको टीका लगवाने के लिए मनाने के लिए अधिकारियों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. यह लोग जंगलों में, आधुनिक दुनिया और अस्पतालों से दूर रहते हैं.
क्यों है हिचक
मैसूर, कोडागु और चामराजनगर जिले के कुछ हिस्सों में कई जनजातियों के लोग बसे हुए हैं. ज्यादातर को आधुनिक दुनिया से कोई मतलब नहीं है. ऐसे में बीमार पड़ने पर मरीज का जंगल में मिलने वाली जड़ी-बूटियों से ही इलाज होता है.
खास बात यह है कि उन्हें इंजेक्शन और दवाओं से डर लगता है. यदि कोई बीमार पड़ जाता है और उसे अस्पताल ले जाने की जरूरत महसूस होती है, तो इसके लिए एंबुलेंस का उपयोग नहीं किया जाता है. उन्होंने यह धारणा बना ली है कि एंबुलेंस में सिर्फ शव आते हैं.
कोरोना संक्रमण नहीं
एक राहत की बात यह है कि इन लोगों में अभी तक कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं पाया गया है. यह समान्य से ज्यादा लंबा जीवन जीते हैं और इनमें से ज्यादातर को मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हार्ट अटैक आदि की शिकायत नहीं ही होती है. उन्हें ऐसी बीमारियां नहीं होतीं, क्योंकि वह सिर्फ प्राकृतिक भोजन करते हैं.
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जनजातीय लोगों के अध्यक्ष जगदीश ने बताया कि वह टीके से इसलिए डरते हैं, क्योंकि वह इंजेक्शन होती है. एक स्थानीय विधायक, एचवी मंजूनाथ, अधिकारियों के साथ आदिवासी क्षेत्र में गए और उन्हें मनाने की कोशिश की. हालांकि उन्होंने साफ मना कर दिया कि उन्हें टीका नहीं लगवाना है. उन्होंने कहा कि वह जंगल में मिलने वाली दवाओं से इलाज कर लेंगे.
भारत में कोरोना के आंकड़े
देश में बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,95,041 नए मामले मामले सामने आए. नए मामलों को जोड़कर देश में कोरोना वायरस से संक्रमितों की कुल संख्या 1,56,16,130 हो गई है. वहीं संक्रमण के कारण मौतों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. बुधवार को आए आंकड़ों के मुताबिक देशभर में कोरोना संक्रमण से 2023 और लोगों की जान कई. मौतों के आंकड़े आने का बाद कुल आंकड़ा 1,82,553 हो गया है.
देश में 21,57,538 लोगों का ही इलाज चल रहा है. वहीं संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों की संख्या 1,32,76,039 है. बढ़ते संक्रमण को देखते हुए टीकाकरण अभियान को भी तेज कर दिया गया है. इसी के चलते बुधवार को आए आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में 29,90,197 टीके लगाए गए थे. वहीं अब तक कुल 13,01,19,310 लोगों को टीका लगाया जा चुका है.
कर्नाटक की अगर बात करें तो राज्य में 12.22 से ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. हालांकि राज्य में अभी 1.76 लाख लोगों का इलाज चल रहा है. वहीं 10 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं और 13762 लोगों की मौत हुई है. यह आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं.