नई दिल्ली :दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने इलेक्ट्रिक बसों की प्रक्रिया में एक कदम आगे बढ़ाकर इसके लिए इसके लिए डिपो और संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर लिया है. शुरुआत में कुल 300 बसों के लिए बाहरी दिल्ली के इलाकों के दो डिपो तो वहीं सेंट्रल दिल्ली का एक डिपो चिन्हित किया गया है. जानकारी है कि इस महीने छोटे रुट पर पहले इलेक्ट्रिक बस का एक ट्रायल होगा और फिर बड़े रूटों पर बस चलाई जाएंगी.
परिवहन विभाग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि नजफगढ़ से सटे मूंढेला कलां में 100 इलेक्ट्रिक बस, रोहिणी डिपो में 150, और राजघाट में 50 बसों के खड़े होने और चार्ज होने का इंतजाम हो चुका है. इलेक्ट्रिक बसों के लिए बकायदा लोगों से फीडबैक लिया जाएगा और फीडबैक के आधार पर नए रूट तय किए जाएंगे. 300 लोगों इलेक्ट्रिक बसों के लिए कंपनियों का चयन भी हो गया है. यानी जल्दी ही अब दिल्ली में ते बसें देखने को मिल सकती हैं.
बताया गया कि एक अन्य टेंडर में 190 इलेक्ट्रिक बसों के लिए क्लस्टर स्कीम के तहत प्रक्रिया शुरू हो गई है. दिल्ली में बड़े स्तर पर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है. सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में सरकार एक तरफ जहां इलेक्ट्रिक बसों को शामिल कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ लोगों को इलेक्ट्रिक कार और बाइक इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. अधिकारियों को उम्मीद है कि दिसंबर तक तीन सौ बसों का पहला लॉट आ जाएगा.
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बताया गया कि दिल्ली परिवहन निगम में अब बसों को शामिल करने की दिशा में इलेक्ट्रिक बसों का अहम रोल हो सकता है. पिछले दिनों डीटीसी बोर्ड की बैठक में जिन नई बसों के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई उसमें एक अच्छी संख्या इलेक्ट्रिक बसों की है. निगम से जुड़े एक अधिकारी ने यह संख्या 1000 से भी ज्यादा बताई. मौजूदा समय में दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों पर खासा जोर है और इसी दिशा में दिल्ली परिवहन विभाग का यह कदम दिल्लीवासियों के लिए फायदेमंद हो सकता है.