Odisha Train Accident : मरने वालों की संख्या बढ़कर 288 हुई, 900 से अधिक घायल, रेस्कयू ऑपरेशन हुआ पूरा
ओडिशा के बालासोर में भयंकर ट्रेन हादसा हुआ है. प्राथमिक सूचना के अनुसार तीन ट्रेनें आपस में टकरा गईं. साउथ इस्टर्न रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों की संख्या 288 हो गई है. यह आंकड़ा और बढ़ सकता है. घायलों की संख्या 900 से अधिक है. कोरोमंडल एक्सप्रेस और हावड़ा-बेंगलुरु एक्स्प्रेस आपस में भिड़ गईं. इससे पहले उसी ट्रैक पर मालगाड़ी डिरेल हो गई थी. पढ़े पूरी खबर...
ओडिशा में भयानक ट्रेन हादसा
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Published : Jun 3, 2023, 6:43 AM IST
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Updated : Jun 3, 2023, 6:27 PM IST
ओडिशा में भयानक ट्रेन हादसा
भुवनेश्वर :ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे मेंमरने वालों की संख्या 288 हो गई है. दक्षिण पूर्व रेलवे ने बताया कि दो एक्सप्रेस ट्रेनों - बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस और शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस - और बालासोर में एक मालगाड़ी के टकराने से ओडिशा में हुई ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है. दक्षिण पूर्व रेलवे ने शनिवार को एक बयान जारी कर यह सूचना दी. लगभग 650 घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में भर्ती किया गया है.
दक्षिण पूर्व रेलवे ने कहा कि बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे का बचाव अभियान पूरा हो गया है. रेलवे ने अब रेल सेवा की बहाली पर काम शुरू कर दिया है. यह जानकारी सूचना प्रकाशन रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक अमिताभ शर्मा ने दी है.
200 से अधिक यात्रियों को हावड़ा पहुंचाया जा रहा है :रेलवे ने बताया कि दुर्घटना के कारण बालासोर में फंसे 200 से अधिक यात्रियों को लेकर एक विशेष ट्रेन अब बालासोर से हावड़ा जा रही है. दक्षिण पूर्व रेलवे ने कहा कि खड़गपुर स्टेशन पर यात्रियों को पानी, चाय और खाने के पैकेट दिए जा रहे हैं. ट्रेन आने के बाद हावड़ा में भी खाने के पैकेट मुहैया कराए जाएंगे.
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क्या था हादसे का घटनाचक्र :घटना के बारे में जानकारी देते हुए रेलवे ने बताया कि 12864 सर एम विश्वेश्वरैया (बेंगलुरु)-हावड़ा एक्सप्रेस सुपरफास्ट एक्सप्रेस 1000 यात्रियों को लेकर हावड़ा की ओर जा रही थी. हावड़ा के रास्ते में 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और बगल की पटरियों पर गिर गए. समानांतर ट्रैक पर विपरीत दिशा से आ रही 12841 शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरे डिब्बों में जा घुसी. जिससे कोरोमंडल एक्सप्रेस के करीब 12 डिब्बे पटरी से उतर गये. ये डब्बे तीसरे ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गए. रेलवे प्रवक्ता अमिताभ शर्मा के मुताबिक, हादसा शुक्रवार शाम करीब सात बजे हुआ.
प्रशासन से मंजूरी मिलने के बाद रेल सेवा बहाल कर दी जायेगी : केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान का जायजा लिया. वैष्णव ने शनिवार को कहा कि एक विस्तृत उच्च स्तरीय जांच की जाएगी और रेल सुरक्षा आयुक्त भी एक स्वतंत्र जांच करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान बचाव और राहत कार्यों पर है. जिला प्रशासन से मंजूरी मिलने के बाद रेल सेवा बहाल कर दी जायेगी.
ओडिशा में भयानक ट्रेन हादसा
ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है : इससे पहले ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने शनिवार को पुष्टि की कि बालासोर में ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है. घायल यात्रियों की संख्या 900 से अधिक है. स्पष्ट कर दें कि दक्षिण पूर्व रेलवे के ने सिर्फ उन घायलों की संख्या बताई है जो अस्पताल में भर्ती हैं. जिनका इलाज चल रहा है. ओडिशा सरकार ने कहा है कि कई यात्री आंशिक रूप से भी घायल हुए जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी. इससे पहले देर रात मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा था कि मरने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है.
ओडिशा के सीएम खुद कर रहे निगरानी :अधिकारियों के अनुसार दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्यों के लिए 3 एनडीआरएफ, 4 ओडीआरएएफ और 22 अग्निशमन कर्मियों को तैनात किया गया है. इससे पहले, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शुक्रवार को स्थिति का जायजा लिया और नियंत्रण कक्ष, एसआरसी, भुवनेश्वर में बचाव कार्यों की समीक्षा की. सीएम ने बीएसकेवाई सुविधा अस्पतालों और अन्य निजी अस्पतालों में सभी घायल पीड़ितों को मुफ्त चिकित्सा की व्यवस्था करने का आदेश दिया.
राज्य सरकार वहन करेगी घायलों के इलाज का खर्च : उन्होंने कहा कि चिकित्सा व्यय की लागत राज्य द्वारा वहन की जाएगी. कलेक्टरों, एसपी और बालासोर, भद्रक, जाजपुर और केंदुझार के जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी बचाव अभियान की निगरानी करने के लिए कहा गया है.अधिकारियों ने आगे बताया कि एसआरसी, भुवनेश्वर का नियंत्रण कक्ष चालू है. मुख्य सचिव प्रदीप जेना, विकास आयुक्त-सह-एसीएस- अनु गर्ग, आई एंड पीआर विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार सिंह, एमडी, ओएसडीएमए ज्ञान दास बचाव अभियान की निगरानी के लिए एसआरसी के नियंत्रण कक्ष में मौजूद हैं.