नई दिल्ली : केंद्रीय श्रमिक संगठनों के एक संयुक्त मंच ने शनिवार को कहा कि उसने महामारी की तीसरी लहर और पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों को देखते हुए सरकारी नीतियों के खिलाफ 23-24 फरवरी को प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी हड़ताल एक महीने के लिए टाल दी है.
श्रमिक संगठनों के एक संयुक्त बयान में कहा गया कि केंद्रीय ट्रेड यूनियनों (सीटीयू) और क्षेत्रीय कर्मचारी संघों एवं संगठनों के संयुक्त मंच की शुक्रवार को हुई एक ऑनलाइन बैठक में दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल को 28-29 मार्च तक टालने का फैसला किया गया.
नेशनल कन्वेंशन ऑफ वर्कर्स ने 11 नवंबर, 2021 को तय किया था कि संसद के बजट सत्र के दौरान 23-24 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल आयोजित की जाएगी.
साझा बयान जारी किया
साझा बयान के अनुसार, कई राज्यों और क्षेत्रों में हड़ताल की तैयारी शुरू हो गई है, कुछ राज्यों में संयुक्त राज्य स्तरीय सम्मेलन और यहां तक कि जिला स्तरीय सम्मेलन भी हो चुके हैं. हालांकि कई राज्यों ने महामारी की तीसरी लहर के कारण हड़ताल की तैयारियों पर गंभीर बाधाओं के बारे में सूचना दी है.