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Himachal Pradesh : लाहौल स्पीति के काजा में फंसे 300 लोग, मौसम साफ होने का इंतजार, कुल्लू में कई पर्यटकों का किया गया रेस्क्यू

हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण हाहाकार मचा हुआ है. आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है और इस बीच कई टूरिस्ट भी हिमाचल में फंसे हुए हैं. कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं जहां फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए प्रशासन जुटा हुआ है. कई लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है जबकि कईयों को रेस्क्यू किया जा रहा है.

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लाहौल स्पीति के काजा में फंसे 300 लोग

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Published : Jul 10, 2023, 8:14 PM IST

Updated : Jul 10, 2023, 8:29 PM IST

लाहौल स्पीति के काजा में फंसे 300 लोग

कुल्लू/लाहौल स्पीति/मंडी/सिरमौर- हिमाचल प्रदेश में पिछले करीब 3 दिनों से हो रही लगातार बारिश स्थानीय लोगों के साथ-साथ हिमाचल घूमने आए पर्यटकों के लिए आफत बनकर आई है. हिमाचल में हो रही बारिश के कारण कई जगह से पर्यटकों के फंसे होने की सूचना प्रशासन को मिली है जिन्हें या तो रेस्क्यू किया जा चुका है या फिर रेस्क्यू की तैयारी है.

लाहौल के काजा में फंसे 300 लोग- लाहौल स्पीति के काजा में कुछ पर्यटकों और स्थानीय लोगों को मिलाकर कुल 300 लोग फंसे हुए हैं. ये लोग यहां कैपिंग के लिए गए थे और एक सरकारी रेस्ट हाउस में है. प्रशासन इन लोगों के राहत बचाव कार्य की कोशिश मंगलवार सुबह से शुरू करेगा जब मौसम साफ हो जाएगा. प्रशासन के मुताबिक वहां स्थिति नियंत्रण में हैं क्योंकि उन लोगों के पास फिलहाल भोजन, पानी, दवा और रहने की जगह है.

डीसी लाहौल स्पीति राहुल कुमार ने जानकारी दी है कि अतिरिक्त उपायुक्त काजा चंद्रताल में फंसे हुए 300 लोगों को बचाने के लिए बीआरओ, आईटीबीपी, स्थानीय लोगों और राजस्व अधिकारियों की टीम का नेतृत्व कर रहे हैं और वो लोसर के करीब है. जहां से कल सुबह मौसम साफ होते ही राहत और बचाव कार्य शुरू किया जाएगा. राहुल कुमार ने बताया कि सेटेलाइट फोन के जरिये उन्हें स्थानीय प्रशासन से जानकारी मिली की 300 लोग फंसे हैं और सभी सुरक्षित हैं.

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये लाहौल स्पीति की अपडेट ली और उपायुक्त लाहौल स्पीति को निर्देश देते हुए कहा कि चंद्रताल झील के पास फंसे पर्यटकों के लिए खाने-पीने की सामग्री, दवाएं और अन्य आवश्यक सामान भेजने की व्यवस्था करें और जिला प्रशासन उनके बारे में पल-पल की जानकारी दें , ताकि समय पर राहत एवं बचाव कार्य शुरु किया जा सके.

कुल्लू में पर्यटकों को किया गया रेस्क्यू- कुल्लू के आलू ग्राउंड में भी बारिश के बाद कई कई होटलों में पानी घुस गया, जहां करीब 30 लोग फंसे हुए थे. इन लोगों को प्रशासन सकुशल रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग के मुताबिक जिले में छुरडू इलाके से भी 9 और कसौल के एक होटल से 25 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. उन्होंने बताया कि होटल की पहली मंजिल तक बाढ़ का पानी पहुंच गया था. वहीं आलू ग्राउंड में 27 लोग किसान भवन में थे जो करीब 35 घंटे से वहां फंसे हुए थे. इन सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है.

होटलों में मौजूद पर्यटक सुरक्षित हैं - डीसी कुल्लू आशुतोष ग्रग ने बताया कि इस समय देशभर से आए कई पर्यटक कुल्लू-मनाली में फंसे हैं. लेकिन सभी सैलानी होटलों में हैं और वे सभी सुरक्षित हैं. होटलों में खाने-पीने की पूरी व्यवस्था है. डीसी ने कहा कि जहां से भी किसी से आपदा में फंसे होने की खबर मिल रही है रेस्क्यू टीमें तुरंत राहत और बचाव कार्य में जुट रही हैं.

उन्होंने बताया कि कुल्लू जिले में बारिश ने तांडव मचाया है. जिसके कारण ब्यास समेत तमाम नदी नाले उफान पर हैं. फिलहाल नेशनल हाइवे 305 और 21 बंद हैं. लगातार बारिश के कारण लैंडस्लाइड हो रहा है जिससे जिले में 164 सड़कें बंद हैं. इसके अलावा 1850 ट्रांसफार्मर भी बंद हैं. साथ ही कई पेयजल योजनाएं भी बाधित हुई हैं. जिला उपायुक्त ने कहा कि भारी बरसात के कारण टेलीफोन नेटवर्क पर भी असर पड़ा है.

200 परिवारों की कॉलेज में की व्यवस्था-जिला कुल्लू में हो रही भारी बारिश से जहां सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए हैं. वहीं सरकार के द्वारा भी उनके रहने की व्यवस्था की जा रही है. जिला कुल्लू के मुख्यालय का लंका बेकर इलाका पूरी तरह से पानी में डूब गया है. ऐसे में यहां रहने वाले 200 से अधिक परिवारों को प्रशासन के द्वारा ढालपुर के कॉलेज में रखा गया है. वही लोअर ढालपुर में भी रामा सामुदायिक भवन में परिवारों के रहने की व्यवस्था की गई है. सोमवार को हिमाचल सरकार के सीपीएस सुंदर ठाकुर ने इन सभी प्रभावित परिवारों के साथ मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार की ओर से उनकी हर संभव मदद की जाएगी. सुंदर ठाकुर ने कहा कि पानी घुसने के चलते कई लोगों के घर डूब गए हैं और घर के भीतर रखा सामान भी खराब हुआ है. ऐसे में जब तक हालात सही नहीं होते हैं तब तक सभी परिवारों को ढालपुर के कॉलेज भवन में रखा जाएगा और यहां पर उनके रहने खाने-पीने की पूरी व्यवस्था भी सरकार के द्वारा की जाएगी.

मंडी में 6 लोगों को किया गया रेस्क्यू- मंडी जिले में भी लगातार बारिश के बाद रविवार रात को जिले के नगवाईं इलाके में 6 लोग पानी के तेज बहाव में फंस गए. जिन्हें एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया. मंडी जिले में नेशनल हाइवे 21 बंद है. वहीं 173 सड़कें बंद हैं और 311 ट्रांसफार्मरों को नुकसान पहुंचा है. जिसके कारण कई इलाकों में बिजली और पानी की समस्या भी खड़ी हो गई है.

पांवटा साहिब में 25 लोगों का किया गया रेस्क्यू- उधर सिरमौर जिले में भी बारिश के कारण यमुना, बाता जैसी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. देर रात पांवटा साहिब में नदी में बाढ़ आने के कारण मेरोवाल इलाके में 25 से 30 लोग फंस गए, जिनमें बच्चे भी शामिल थे. स्थानीय लोगों से मिली सूचना के बाद पर्शासन की टीम मौके पर पहुंची और 25 से 30 लोगों के साथ-साथ कई मवेशियों को बी बचाया. एसडीएम गुंजन सिंह ने लोगों से अपील की ही है कि नदी नालों के किनरे ना जाएं. फिलहाल एहतियातन यमुनाकिनारे गोताखोरों की टीम तैनात की गई है.

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Last Updated : Jul 10, 2023, 8:29 PM IST

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