वाराणसी: नगर निकाय चुनाव के आरक्षण की सूची जारी कर दी गई है और अब इस पर आपत्ति भी ली जा रही है. आपत्ति प्रक्रिया फाइनल होने के बाद आरक्षण की फाइनल सूची लोगों के सामने होंगी. जिसके बाद राजनीतिक दल भी अपनी जीत के दावों को सुनिश्चित करने के लिए हर वार्ड में प्रत्याशियों के चयन को भी फाइनल कर जीत का दम भरेंगे, लेकिन अगर हम आपको यह कहें कि इसके पहले ही नेता बनने के लिए राजनीतिक पार्टियों के दफ्तर में बायोडाटा की लाइन लगी हुई है तो, सुनकर आश्चर्य मत कीजिएगा, क्योंकि बायोडाटा का नाम आते ही शादी विवाह और नौकरी की बात हर कोई सोचता है.
इन दिनों वाराणसी नगर निकाय चुनावों (Varanasi civic election) में वार्ड से पार्षद का चुनाव लड़ने के लिए बीजेपी कार्यालय में बड़ी संख्या में बायोडाटा पहुंचना शुरू हो चुके हैं. आंकड़ों पर गौर करें तो अब तक बीजेपी दफ्तर में 350 बायोडाटा आए हैं, जो 100 वार्डों पर चुनाव लड़ने के लिए अलग-अलग दावेदारों की तरफ से यहां दिए जा रहे हैं. दरअसल हमेशा से ही शादी विवाह और नौकरी के लिए बायोडाटा तैयार करके बेहतर तरीके से अपने आप को प्रेजेंट करने की कवायद देखी जाती है, लेकिन इन दिनों नेता बनने के लिए भी बायोडाटा का चलन काफी तेजी से बढ़ गया है.
वाराणसी के बीजेपी महानगर कार्यालय में वाराणसी में निकाय चुनाव की तैयारियों में जुटे बीजेपी पदाधिकारियों को इस बार प्रत्याशियों के चयन में बहुत ज्यादा समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि यहां पर हर रोज 5 से 10 बायोडाटा पहुंच रहे हैं. नगर निकाय चुनाव के संयोजक बनाए गए जगदीश त्रिपाठी का कहना है कि 100 वार्डों में बीजेपी अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारेगी. इसके लिए आरक्षण सूची जारी हुई है, लेकिन अभी आपत्तियां आने और उसके निराकरण के बाद फाइनल सूची सामने आने के बाद प्रत्याशियों का चयन कर जल्द ही वार्ड में जीत की संभावना के साथ पार्टी की विचारधारा के अनुरूप कार्य करने वाले दावेदारों को तवज्जो दी जाएगी.