रायपुर: शनिवार को छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का रिजल्ट जारी हुआ. इस बार बोर्ड का रिजल्ट अपने आप में खास रहा. दो साल ऑनलाइन पढ़ाई के बाद हुए ऑफलाइन बोर्ड एग्जाम में मजदूर और किसानों की बेटियों ने परचम लहराया. रायगढ़ जिले के बड़े हरदी गांव की कुंती साव 12वीं बोर्ड परीक्षा में पूरे प्रदेश में टॉपर रही. कुंती के माता-पिता दिहाड़ी मजदूर हैं. लेकिन बेटी ने अपने माता-पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया. बस्तर की प्रिया निषाद सब्जी विक्रेता की बेटी है. 12वीं बोर्ड में बेटी के टॉप आने के बाद प्रिया के पिता गर्व से कह रहे हैं कि ये मेरी बेटी नहीं बेटा है. इसी तरह कांकेर के धुर नक्सलगढ़ गोण्डाहुर की छात्रा सोनाली बाला ने दसवीं में टॉप किया है. रायगढ़ की ही सुमन पटेल ने 10वीं बोर्ड में टॉप रैंक हासिल किया. (topper list Chhattisgarh board result 2022 )
सफलता के इन 3 मूल मंत्रों से मजदूर की बेटी कुंती बनी 12वीं की टॉपर
रायगढ़ की कुंती साव 12वीं बोर्ड में टॉपर: रायगढ़ जिले के बड़े हरदी गांव की कुंती साव ने 98.20 प्रतिशत अंकों के साथ 12 वीं बोर्ड में छत्तीसगढ़ में टॉप किया है.(kunti Sao 12th board topper ). कुंती के माता-पिता दिहाड़ी मजदूरी का काम करते हैं. लेकिन बेटी ने पूरे प्रदेश में 12वीं बोर्ड में टॉप रैंक लाकर माता-पिता का नाम रोशन कर दिया. हर रोज 6 से 8 घंटे की पढ़ाई की वजह से ये मुकाम हासिल हुआ. कुंती शुरू से ही मेधावी रही है. 10वीं बोर्ड में भी कुंती ने 98 प्रतिशत अंक हासिल किए थे. कुंती का लक्ष्य आगे आईएएस बनने का है. कुंती का कहना है कि कड़ी मेहनत, पक्के इरादे और ऊंची सोच के साथ मेहनत करने से सफलता जरूर मिलती है. शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने भी फोन कर कुंती को सफलता की बधाई दी और आगे हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया. (12th board Chhattisgarh Board Result 2022 )
बस्तर की प्रिया ने 12वीं बोर्ड में किया टॉप:बस्तर जिले में 12वीं की छात्रा प्रिया निषाद ने टॉप किया है. प्रिया ने बायोलॉजी विषय में 92.40 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. प्रिया ने शहर के सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में पढ़ाई की. जगदलपुर शहर के अनुपमा चौक में रहने वाली प्रिया के पिता शहर के सब्जी मार्केट में सब्जी बेचने का काम करते हैं. वे बेटी की इस सफलता से काफी खुश हैं. प्रिया के पिता रमेश निषाद ने बताया कि 'प्रिया शुरू से ही पढ़ाई में होशियार है. तीनों बेटियों में प्रिया सबसे बड़ी बेटी हैं. शुरू से पढ़ाई के साथ-साथ घर संभालने का भी काम करती है. साथ ही अपने भाई-बहनों को पढ़ाती भी है. बेटी ने आज सिर गर्व से ऊंचा कर दिया. ये मेरी बेटी नहीं बेटा हैं'.
नक्सलगढ़ की बेटी बनी टॉपर: कांकेर की सोनाली डॉक्टर बनकर करना चाहती है सेवा