नई दिल्ली :कांग्रेस ने कथित 'कोविड टूलकिट' मामले में मंगलवार को 11 केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट का हवाला देते हुए माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर से आग्रह किया कि इन नेताओं को लेकर भी उसी तरह की कार्रवाई की जाए जो 'मैनिपुलेटेड मीडिया' (छेड़छाड़ किए हुए तथ्यों) और 'फर्जीवाड़े' के दूसरे मामलों में की जाती है.
एक दिन पहले ही दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने कथित 'कांग्रेस टूलकिट' मामले की जांच के सिलसिले में दिल्ली और गुड़गांव में ट्विटर के कार्यालयों का दौरा किया था.
कांग्रेस महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्रीय मंत्रियों-गिरिराज सिंह, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, प्रह्लाद जोशी, धर्मेंद्र प्रधान, रमेश पोखरियाल निशंक, थावरचंद गहलोत, हर्षवर्धन, मुख्तार अब्बास नकवी और गजेंद्र सिंह शेखावत के ट्वीट के यूआरएल ट्विटर इंडिया के प्रबंधन को एक पत्र के माध्यम से भेजे हैं और कारवाई की मांग की है.
ट्विटर में कानूनी, नीति और विश्वास व सुरक्षा के लिए जिम्मेदार टीम का नेतृत्व करने वाले विजया गड्डे, डिप्टी जनरल काउंसिल और वाइस प्रेसिडेंट जिम बेकर को लिखे पत्र में सुरजेवाला ने कहा कि 'फर्जी सामाग्री को प्रसारित करने के लिए ट्विटर के मंच के दुरुपयोग करने' और 'मैनिपुलेटेड मीडिया' के दूसरे मामलों में कार्रवाई का जो मापदंड अपनाया जाता है, वही इन मंत्रियों के ट्वीट के मामलों में भी अपनाया जाए.
फिलहाल, इन वरिष्ठ मंत्रियों और भाजपा की तरफ से कांग्रेस के इस कदम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ट्विटर ने कथित 'कोविड टूलकिट' से संबंधित भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट को 'छेड़छाड़ किया हुआ' बताया था.