नई दिल्ली:इस साल चार ग्रहण पड़ने वाला है, जिसमे दो सूर्य ग्रहण होंगे. सूर्य ग्रहण, जिसे दुर्लभ संकर सूर्य ग्रहण के रूप में भी जाना जाता है, सबसे महत्वपूर्ण खगोलीय घटनाओं में से एक है. एक ग्रहण एक ऐसी घटना है जिसमें सूर्य को चंद्रमा द्वारा अवरुद्ध कर दिया जाता है. बता दें साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल यानी आज लगेगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लगेगा. इस साल का पहला सूर्य ग्रहण आज सुबह 7 बजकर 4 मिनट पर शुरू होगा वही दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगा.
सूर्य ग्रहण चार प्रकार के होते हैं:
- आंशिक सूर्य ग्रहण
- पूर्ण सूर्य ग्रहण
- वार्षिक ग्रहण
- संकर ग्रहण
सूर्य ग्रहण अप्रैल 2023:कहां-कहां दिखाई देगा?
साल 2023 में ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, पूर्व और दक्षिणी एशिया, अंटार्कटिका और हिंद महासागर में सूर्य ग्रहण दिखाई देगा.
सूतक काल क्या है और क्या यह इस सूर्य ग्रहण के दौरान दिखाई देगा?
सूर्य ग्रहण से पहले और उसके दौरान, इस अवधि को एक अशुभ समय अंतराल माना जाता है, और बहुत से लोग मानते हैं कि खाना बनाना, खाना या यहां तक कि सोना जैसी कोई भी पवित्र गतिविधियों को करने की सलाह नहीं दी जाती है. इस दौरान सिर्फ पूजा-जाप करना चाहिए. इस काल को सूतक काल के नाम से जाना जाता है.
क्या स्वास्थ्य पर सूर्य ग्रहण के कोई हानिकारक प्रभाव हैं?
ऐसा कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं है जो मानव स्वास्थ्य पर सूर्य ग्रहण के प्रत्यक्ष प्रभाव को दर्शाता हो, लेकिन चिंताएं जैसे कि सूर्य को देखते समय आंखों की क्षति, सूर्य के संपर्क में आना या मनोवैज्ञानिक प्रभाव भी सूर्य ग्रहण के कुछ दुष्प्रभाव हैं.
क्या सूर्य ग्रहण के दौरान चिंतित महसूस करना ठीक है?
कुछ लोग सूर्य ग्रहण के दौरान चिंतित और असहज महसूस करते हैं. यह ग्रहण के किसी भौतिक प्रभाव के बजाय सांस्कृतिक या मनोवैज्ञानिक कारकों के कारण हो सकता है. इसलिए आपके शरीर पर ग्रहण के किसी भी संभावित दुष्प्रभाव से अवगत होना जरूरी है.