हैदराबाद : देश के पांचवें सबसे बड़े शहर हैदराबाद में नगर निगम के लिए हुए चुनावों की मतगणना शुक्रवार को होगी. वोटों की गिनती के लिए सभी व्यवस्थांए पूरी कर ली गई हैं. एक दिसंबर को हुए मतदान में सभी पार्टियों द्वारा उच्च प्रचार अभियान चलाया.
चुनाव के दौरान कुल 74.67 लाख मतदाताओं में से केवल 46.55 प्रतिशत (34.50 लाख) लोगों ने ही मतदान किया था. मतगणना प्रक्रिया के लिए विस्तृत व्यवस्था की गई है, जो शुक्रवार को सुबह 8 बजे शुरू होगी.
आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि मतगणना केंद्र 30 स्थानों पर बनाए गए हैं और मतगणना के लिए 8,152 कर्मियों को तैनात किया गया है.
उन्होंने कहा कि मतगणना टेबल पर सीसीटीवी कैमरों लगाए गए हैं. मतदान के लिए मत पत्रों का उपयोग किया गया था, इसलिए नतीजे देर शाम या रात में ही आने की संभावना है.
तेलंगाना राज्य चुनाव आयोग ने प्रमुख राजनीतिक दलों और स्वास्थ्य विभाग से विचार करने के बाद ही बैलेट पेपर से चुनाव कराने का फैसला किया था.
दुबक विधानसभा क्षेत्र के हालिया उपचुनाव में अपनी जीत से उत्साहित भाजपा ने ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनाव जीतने के लिए एक उत्साही अभियान चलाया और 2023 के विधानसभा चुनावों में अपनी संभावनाओं को और आगे बढ़ाया.
इस दौरान पार्टी के शार्ष नेताओं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, स्मृति ईरानी और एमओएस (गृह) जी किशन रेड्डी, जो सिकंदराबाद से लोक सभा सदस्य हैं ने जमकर प्रचार किया.
पार्टी के सांसद और भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने भी चुनाव अभियान में भाग लिया. इस दौरान भाजपा ने एआईएमआईएम के साथ टीआरएस के गठबंधन पर प्रकाश डाला और शहर में स्वच्छ और पारदर्शी प्रशासन प्रदान करने के लिए वोट मांगे.
वहीं टीआरएस ने एआईएमआईएम के साथ किसी भी गठबंधन से इनकार कर दिया. टीआरएस के अभियान का नेतृत्व इसके कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य के नगर प्रशासन मंत्री के टी रामाराव ने किया, जबकि पार्टी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने एक जनसभा को संबोधित किया.
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राज्य की सत्ताधारी पार्टी ने शहर में प्रचार के लिए कई राज्य मंत्रियों और विधायकों को तैनात किया.
कांग्रेस की चुनावी लड़ाई का नेतृत्व उसके प्रदेश अध्यक्ष एन उत्तम कुमार रेड्डी और कार्यकारी अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी ने किया. कभी राज्य में एक प्रमुख ताकत रहे टीडीपी ने एन चंद्रबाबू के दौरान आईटी सेक्टर सहित शहर के विकास पर प्रकाश डाला.
एक चुनाव अभियान में AIMIM के अकबरुद्दीन ओवैसी ने अपने विरोधियों से यह सवाल पूछा कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव और टीडीपी के संस्थापक एन टी रामाराव, हुसैन सागर झील पर बनी प्रतिमाओं को तोड़ेंगे. जल निकायों के पास रहने वाले गरीब लोगों के खिलाफ निष्कासन अभियान पर सवाल उठाया था.