नई दिल्ली :तीन नये कृषि कानूनों का विरोध (three new agricultural laws) कर रहे कुछ किसान आज (गुरुवार) अपना विरोध जताने जंतर-मंतर पहुंचे थे, इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) ने किसानों से आंदोलन का रास्ता छोड़कर वार्ता के लिए आने की अपील की. तोमर ने दावा किया कि देशभर में किसानों ने तीनों कृषि कानूनों का समर्थन किया है.
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल (Delhi Lieutenant Governor Anil Baijal) से विशेष अनुमति मिलने के बाद 200 किसानों का एक समूह संसद के मानसून सत्र के बीच केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में मध्य दिल्ली में संसद भवन परिसर के समीप जंतर मंतर पहुंचा. उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच नौ अगस्त तक प्रदर्शन करने की इजाजत मिली है.
जंतर-मंतर पर किसानों के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर तोमर ने कहा, मैं आपके (मीडिया के) माध्यम से बताना चाहता हूं कि किसानों को विरोध का रास्ता छोड़कर वार्ता के लिए आना चाहिए. यदि वे विधेयकों में किन्हीं मुद्दों को लेकर आते हैं तो हम उन पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, यदि वे अपने प्रस्ताव के साथ आते हैं तो हम चर्चा के लिए तैयार हैं.
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मंत्री ने इस बात पर बल दिया कि सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील है और पिछले सात सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में कई अहम कदम उठाये गये हैं, जिनके फायदे देशभर में किसानों तक पहुंच रहे हैं. उन्होंने दृढ़ता के साथ कहा, तीनों कृषि विधेयक इस दिशा में एक कदम हैं. देशभर में किसानों ने इन विधेयकों का समर्थन किया है.
तोमर ने बुधवार को लोकसभा में लिखित जवाब में यह दोहराया था कि सरकार पिछले साल संसद से पारित हुए तीनों कृषि कानूनों को लेकर मुद्दों के समाधान के लिए प्रदर्शनकारी कृषक संगठनों के साथ चर्चा के लिए तैयार है.