हैदराबाद:टोक्यो ओलंपिक 2020 के बाद अब सभी की निगाहें टोक्यो में होने वाले पैरालंपिक खेलों पर लगी हैं. इन खेलों में भाग लेने वाले विशेष क्षमता वाले खिलाड़ी अपने जज्बे और संकल्प से बड़ी प्रेरणा के सबब हैं.
जिंदगी के इन असल चैंपियनों ने पहले भी दिखाया है कि वो किसी से कम नहीं और इस बार तैयारी नया इतिहास रचने की है. पिछली बार रियो खेलों में भारत ने दो स्वर्ण सहित चार पदक जीतकर अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन किया था, इस बार उम्मीदें इतिहास रचने की है.
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ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के अपने अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के बाद पैरालंपिक खेलों में 54 खिलाड़ियों के दल से भी पहली बार दोहरे अंकों में पदक की उम्मीद की जा रही है. भारत ने टोक्यो ओलंपिक में एक स्वर्ण और दो रजत सहित कुल सात पदक जीते थे. भारतीय पैरालंपिक समिति को पैरा खिलाड़ियों से कम से कम 10 पदक की उम्मीद है. भारत पैरालंपिक में नौ खेलों में हिस्सा लेगा.