अहमदाबाद : गुजरात पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता साकेत गोखले को एक ट्वीट को लेकर गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें उन्होंने पुल हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मोरबी दौरे से जुड़ी कथित फर्जी खबर का समर्थन किया था. सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर अपराध) जितेंद्र यादव ने मंगलवार को बताया कि अहमदाबाद साइबर अपराध प्रकोष्ठ के अधिकारियों ने गोखले को राजस्थान की राजधानी जयपुर से आज सुबह हिरासत में ले लिया. यादव ने कहा, "एक व्यक्ति से मिली शिकायत के आधार पर गोखले के खिलाफ प्रधानमंत्री के मोरबी दौरे को लेकर फर्जी खबर फैलाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई. हमने उन्हें आज सुबह जयपुर में हिरासत में लिया और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें यहां लाया गया है."
उन्होंने बताया कि कोविड-19 संबंधी जांच किए जाने के बाद उन्हें गिफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ट्रांजिट गिरफ्तारी पर गोखले को गुजरात ले आई और मेट्रो अदालत में पेश की. अदालत से साइबर क्राइम ने तीन दिन की रिमांड की मांग की, लेकिन अदालत ने केवल एक दिन के रिमांड पर गोखले को पुलिस के हवाले भेजा. साइबर क्राइम पुलिस को आरोपी साकेत गोखले की रिमांड आठ दिसंबर दोपहर 12 बजे तक मिली है.
पुलिस ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 465, 469, 471 (सभी फर्जीवाड़े से संबंधित)और 501 (मानहानिकारक मानी जाने वाली चीजों के प्रकाशन) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. सूत्रों ने बताया कि ममता बनर्जी नीत टीएमसी के प्रवक्ता गोखले (35) की हाल ही में दिल की सर्जरी हुई थी और वह निजी यात्रा पर जयपुर गए थे. गोखले ने हाल में एक खबर ट्विटर पर साझा की थी जो एक प्रमुख गुजराती समाचार पत्र में प्रकाशित हुई प्रतीत होती है. इसमें दावा किया गया था कि सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत दायर एक आवेदन के जवाब में पता चला है कि अक्टूबर में एक पुल गिरने के बाद प्रधानमंत्री मोदी के मोरबी दौरे पर गुजरात सरकार ने 30 करोड़ रुपये खर्च किए थे. मोरबी पुल हादसे में 135 लोगों की जान चली गई थी.