नई दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस ने एक बार फिर मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र राजनीतिक द्वेष के साथ विपक्षी पार्टी के नेताओं और उनके करीबियों पर ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में चीफ व्हिप सुखेंदु शेखर रॉय ने मीडिया के सामने कुछ तथ्य रखते हुए दावा किया कि चुनाव से ठीक पहले कई राज्यों में अलग-अलग नेता या उनके संबंधी पर ईडी के नोटिस या सीबीआई के छापे पड़वाये गए हैं. यहां तक कि पश्चिम बंगाल चुनाव परिणाम के बाद राज्य सरकार के दो मंत्रियों को गिरफ़्तार कर उनसे पूछताछ की गई. वह भी 7 साल पुराने नारदा स्टिंग मामले में.
2014 के उसी केस में तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी का भी नाम है और पैसे लेते हुए उनका स्टिंग वीडियो भी सामने आया था, लेकिन हैरानी की बात है कि उनके खिलाफ न तो ईडी और न ही सीबीआई ही कोई कार्रवाई कर रही है.
सुखेंदु शेखर ने आगे कहा कि तमिलनाडु चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री स्टॅलिन की बेटी को ईडी का समन, महाराष्ट्र चुनाव से पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार को केंद्रीय जांच एजेंसी का नोटिस, तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी पर ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल, उनकी पत्नी और कुछ मित्रों पर भी जिस प्रकार कार्रवाई की गई है यह कोई संयोग नहीं है.
उन्होंने कहा कि वर्तमान में भी पश्चिम बंगाल में ईडी और सीबीआई लगातार तृणमूल नेताओं और उनसे जुड़े लोगों पर नोटिस, छापेमारी इत्यादि का कार्य कर रही है. यह सब प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के इशारे पर हो रहा है.