Adanis Media Circus Trial: कैश फॉर क्वेरी विवाद में फंसी महुआ ने कहा, 'अडाणी के मीडिया सर्कस ट्रायल या बीजेपी ट्रोल्स के लिए मेरे पास वक्त नहीं'
पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले (Cash for Query Scandel) में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत के बाद कई बड़े खुलासे हो रहे हैं. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और एडवोकेट जय अनंत देहाद्रई को जहां लोक सभा की एथिक्स कमेटी ने 26 अक्टूबर को गवाही के लिए बुलाया है. वहीं, अब महुआ मोइत्रा (TMC MP Mahua Moitra) ने भी सीबीआई और एथिक्स कमेटी की जांच का स्वागत किया. उन्होंने एक्स पर यह भी कहा कि उनके पास अडाणी द्वारा मीडिया सर्कस ट्रायल या बीजेपी ट्रोल्स के लिए वक्त नहीं है. (Mahua Moitra In Controversy)
नई दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा (TMC MP Mahua Moitra) ने शुक्रवार को 'कैश फॉर क्वेरी' घोटाले (Mahua Moitra In Controversy) में लोकसभा की एथिक्स कमेटी (Loksabha Ethics Committee) की जांच का स्वागत करते हुए यह भी कहा, "मेरे पास अडाणी द्वारा निर्देशित मीडिया सर्कस ट्रायल या भाजपा ट्रोल्स का जवाब देने के लिए न वक्त है और दिलचस्पी. उन्होंने कहा कि समिति पूछताछ के लिए बुलाती है, तो वह पैनल के सवालों का जवाब देने के लिए भी तैयार हैं.
महुआ ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि अगर सीबीआई और एथिक्स कमेटी पूछताछ के लिए बुलाती है, तो मैं उनके सवालों के जवाब देने को तैयार हूं. अडाणी के इशारों पर चल रहे मीडिया सर्कस ट्रायल या बीजेपी ट्रोल्स का जवाब देने के लिए, मेरे पास न तो समय है और न ही रूचि." उन्होंने ये भी लिखा, "मैं नादिया में दुर्गा पूजा का आनंद ले रही हूं. शुभो षष्ठी."
देहाद्रई ने लगाया दवाब डालने का आरोप : इससे पहले आज एडवोकेट जय अनंत देहाद्रई ने एक्स पर एक पोस्ट में महुआ मोइत्रा पर बड़ा आरोप (Dehadrai alleges on Mahua) लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) में दर्ज उनकी शिकायत को वापस लेने के लिए महुआ ने दवाब डालने का प्रयास किया. एडवोकेट ने पोस्ट में लिखा, "कल दोपहर मुझ पर हेनरी (कुत्ते का नाम) के बदले में अपनी सीबीआई शिकायत और निशिकांत दुबे को लिखे पत्र को वापस लेने के लिए दबाव डालने का प्रयास किया गया. मैंने साफ इनकार कर दिया - मैं सीबीआई को विवरण दूंगा."
हीरानंदानी का खुलासा : इधर, व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी ने बड़ा खुलासा (Hiranandanis affidavit) करते हुए कहा कि सांसद महुआ मोइत्रा ने उनके साथ संसद के लॉगिन क्रेडेंशियल साझा किये थे. गौरतलब है कि हीरानंदानी ने 'कैश फॉर क्वेरी' विवाद के बाद हाल ही में 3 पन्नों के हलफनामे में अपना जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने दावा किया कि महुआ मोइत्रा अपने फेम के लिए अडाणी ग्रुप को लेकर संसद में हमलावर नजर आती रहीं. हीरानंदानी ने आगे यह भी कहा कि महुआ ने अपने संसद लॉगिन क्रेडेंशियल उनके साथ साझा किए थे. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा लोकसभा की एथिक्स कमेटी में की गई शिकायत के अनुसार, वकील देहाद्रई ने उन्हें कथित 'कैश फॉर क्वेरी' विवाद में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की संलिप्तता का सबूत दिया था.