अगरतला : भाजपा कार्यकर्ताओं ने त्रिपुरा के अगरतला हवाई अड्डे से त्रिपुरेश्वरी मंदिर (Tripureshwari temple) जाते समय तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) के काफिले को कई बार रोकने का प्रयास किया. पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि सबसे पहले बनर्जी के काफिले को पश्चिम त्रिपुरा के चारीलाम में रोका गया. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता नारे लगाते हुए सड़क बंद करने की कोशिश कर रहे थे.
पुलिस सूत्रों ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी पार्टी के झंडों के डंडों से कथित रूप से बनर्जी की कार पर वार किए, लेकिन वाहन को कोई नुकसान नहीं हुआ. बनर्जी ने घटना की वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, 'त्रिपुरा में भाजपा के शासन में लोकतंत्र! राज्य को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने के लिये बिप्लब देब को शाबाशी.'
त्रिपुरेश्वरी मंदिर में की पूजा
पुलिस सूत्रों ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने सिपाहीजाला जिले के कमला सागर में बनर्जी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनके काफिले को रोकने का प्रयास किया. जब वह उदयपुर में त्रिपुरेश्वरी मंदिर पहुंचे, तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने उनका रास्ता रोकने की कोशिश की और 'अभिषेक वापस जाओ' के नारे लगाए.
वहीं, मौजूद टीएमसी समर्थकों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके चलते तनाव पैदा हो गया. इसके बाद गोमती जिले के भाजपा अध्यक्ष अभिषेक देबरॉय ने पार्टी समर्थकों से इलाके से चले जाने को कहा. पुलिस सूत्रों ने कहा कि इसके बाद बनर्जी मंदिर के अंदर गए और दर्शन किए. वह अगरतला लौटने के बाद टीएमसी की राज्य इकाई के नेतृत्व के साथ बैठक करेंगे. इसके बाद वह संवाददाता सम्मेलन करेंगे और फिर कोलकाता के लिए रवाना हो जाएंगे.
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गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी शासित त्रिपुरा में संपर्क अभियान के तहत अभिषेक बनर्जी पहुंचे हैं. उनका दौरा अगरतला के एक होटल के कमरे में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की आई-पैक टीम को कोविड-19 पाबंदियों का हवाला देते हुए पुलिस द्वारा नजरबंद करने से उपजे विवाद के कुछ दिनों बाद हुआ है. घटना के बाद से टीमएसी नेता एक-एक कर त्रिपुरा का दौरा कर रहे हैं. पूर्वोत्तर के इस राज्य में 2023 में चुनाव होने हैं.