नई दिल्ली : त्रिपुरा में आगामी चुनाव से पहले टीएमसी कार्यकर्ताओं के साथ कथित हिंसा के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को भारत के चुनाव आयोग से मिला. प्रतिनिधि मंडल ने हिंसा की हालिया घटनाओं के संबंध में आयोग को एक ज्ञापन सौंपा. मीडिया से बात करते हुए, टीएमसी के वरिष्ठ सदस्य प्रो. सौगत रॉय ने कहा कि आज हमने सीईसी राजीव कुमार से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि हमने आयोग से बुधवार रात सुगमा जिले में भाजपा के गुंडों द्वारा हिंसा के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. उन्होंने कहा कि बुधवार को टीएमसी में शामिल हुए 70 परिवारों के सदस्यों पर धारदार हथियारों से हमला किया गया. जिसमें कई लोग घायल हो गए हैं.
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उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ताधारी दल का उद्देश्य विपक्षी दल के दिलों में दहशत फैलाना है. इस तरह की घटनाएं भय और आतंक का माहौल बनाने के लिए की जा रही हैं ताकि वे चुनाव नहीं लड़ सकें. सौगत रॉय ने कहा, हम ऐसे हमलों की पूरी तरह निंदा करते हैं. शिकायत पर चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर प्रो रॉय ने कहा कि चुनाव आयोग बहुत सकारात्मक था. उन्होंने कहा कि आयोग ने पहले ही इसे नोट कर लिया है और सीईसी त्रिपुरा से बात की है. पर्यवेक्षक को प्रभावित जिले का दौरा करने के लिए कहा है. सभी बूथ सीसीटीवी और वेबकास्ट के तहत होंगे. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए केंद्रीय बलों की 6 कंपनियां दी जाएंगी.
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गौरतलब है कि त्रिपुरा में 23 जून को चार विधानसभा क्षेत्रों- अगरतला, टाउन बारदोवाली, सूरमा और जुबराजनगर में उपचुनाव होने हैं. टीएमसी, जिसकी राज्य में कोई चुनावी उपस्थिति नहीं है, सभी चार सीटों पर चुनाव लड़ रही है और उसके उम्मीदवारों ने प्रचार शुरू कर दिया है. गुरुवार को चुनाव आयोग से मिलने वाले छह सांसदों के टीएमसी प्रतिनिधिमंडल में सौगत रॉय, काकोली घोष दस्तीदार, जौहर सरकार, प्रतिमा मंडल, लुइज़िन्हो फलेरियो और नुसरत जहां रूही शामिल थीं.