नई दिल्ली :तृणमूल कांग्रेस ने संसद सत्र ठीक से नहीं चलने के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया. हालांकि टीएमसी ने कहा कि वह सत्र का बहिष्कार (boycott the session) नहीं करेगी. टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओब्रायन (TMC Rajya Sabha MP Derek O'brien) ने कहा कि वे संसद में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं लेकिन यह सरकार है जो चर्चा से भाग रही है.
डेरेक ओब्रायन ने मंगलवार को मीडिया से कहा 'हम चाहते हैं कि सदन चले, हम शून्यकाल चलाना चाहते हैं...हम चाहते हैं कि सरकार जवाबदेह हो, हम चाहते हैं कि प्रश्नकाल चले, हम विधेयकों पर चर्चा चाहते हैं. हम मानसून सत्र में भी ऐसा चाहते थे लेकिन मानसून सत्र में जैसा कि आप सभी जानते हैं कि पेगासस पर सरकार ने चर्चा की अनुमति नहीं दी थी. आप सभी जानते हैं कि सितंबर 2020 में कृषि कानूनों पर क्या हुआ था. इसलिए यह सरकार नहीं चाहती कि यह संसद चले. वही स्टंट वह संसद के शीतकालीन सत्र में भी अपना रही है.
12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को रद्द करने की अपनी मांग को दोहराते हुए टीएमटीएमसी नेता ने आरोप लगाया कि उन्हें सत्ताधारी पार्टी के सांसदों ने उकसाया था. टीएमसी नेता ने कहा कि '12 सांसदों को नहीं बल्कि 90 भाजपा सांसदों को निलंबित किया जाना चाहिए था क्योंकि उन्होंने बुलडोजिंग बिलों पर जोर दिया. उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा नहीं करने पर जोर दिया.'