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पिछले दो सालों में तिरुपति बालाजी मंदिर को मिला 1,500 करोड़ का दान

तिरुपति बालाजी मंदिर को पिछले दो सालों में विभिन्न रूप से 1,500 करोड़ रुपये का दान मिला. मंदिर प्रशासन ने हाल ही में यह दावा किया है. इसमें निर्माण कार्य से लेकर अन्नप्रसाद केंद्र को मिलने वाला दान शामिल है.

Tirupati Balaji Temple Rs 1500 crore donation
तिरुपति बालाजी मंदिर 1500 करोड़ रुपये दान

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Published : Jul 22, 2022, 7:17 PM IST

तिरुपति:आंध्र प्रदेश का तिरुपति बालाजी मंदिर अपने करोड़ों के चढ़ावे के लिए जाना जाता है और यह दुनिया का सबसे अमीर मंदिर है. हाल ही में मंदिर प्रशासन ने दावा किया है कि पिछले दो सालों में मंदिर को करीब 1,500 करोड़ का दान मिला है. साथ ही यह भी बताया गया कि कोरोना काल के दौरान तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट को यहां आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा दिए गए दान का इस्तेमाल करना पड़ा, जिसके बाद मंदिर प्रशासन ने ऐसे कदम उठाए हैं जिससे कि ऐसी स्थितियों में मंदिर का प्रबंधन मजबूत बना रहे.

हाल ही में ट्रस्ट ने 13 गेस्ट हाउस के पुनर्निर्माण का निर्णय लिया था जिसके बाद विभिन्न श्रद्धालुओं ने 90 करोड़ रुपये दान किए जिसमें एक व्यक्ति ने अकेले ही 12 करोड़ रुपये दान किए. इसके बाद आने वाले दिनों में ट्रस्ट द्वारा 9 और गेस्ट हाउस के पुनर्निर्माण की बात भी कही गई. इसके साथ ही ट्रस्ट द्वारा नवी मुंबई में भी मंदिर बनवाया जा रहा है, जिसके लिए महाराष्ट्र सरकार ने 10 एकड़ जमीन दी है. इसकी कीमत 500 करोड़ रुपये से अधिक है. वहीं, रेमंड कंपनी के एमडी गौतम सिंघानिया ने मंदिर बनवाने के लिए 60 रुपये दान किए. इसके साथ ही रिलाएंस इंडस्ट्रीज ने भी मंदिर के गलीगोपुरम के ऊपर जस्ती चादरें लगवाने के लिए 25 करोड़ रुपये दान किए.

मंदिर की हुंडी में आने वाले दान को परकामिनी मंडपम में गिना जाता है, जहां रोशनी और हवा की उचित व्यवस्था नहीं है. इसके लिए बेंगलुरु के मुरलीकृष्णा ने नया परकामिनी मंडपम बनवाने के लिए मंदिर को 25 करोड़ रुपये का दान दिया था. इसके साथ ही मंदिर प्रशासन ने यहां के पक्षियों के अस्पताल को आधुनिकृत कराने का निर्णय लिया, जिसके लिए दिल्ली से राजेश ने सीटी स्कैन मशीनें और आरएस ब्रदर्स ने आधुनिक एक्स-रे मशीनें दान की थीं. वहीं रवि नाम के एक व्यक्ति ने एसवी भक्ति चैनल प्रसारण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए 8 करोड़ रुपये आधुनिक उपकरण के लिए दान किए थे.

इसके अलावा एफ्कॉन्स इंफ्रास्ट्रकचर कंपनी ने यहां घी के उत्पादन के लिए प्लांट लगाने के लिए तीन करोड़ रुपये दान किए थे जिससे गोशाला से प्रतिदिन एकत्रित किए जाने वाले 4,000 लीटर दूध से 60 किलो घी का प्रतिदिन उत्पादन किया जा सके. इतना ही नहीं, अन्नप्रसाद केंद्र में लगे दान पात्र में श्रद्धालु अपनी इच्छानुसार दान कर सकते हैं जिससे प्रतिदिन लगभग तीन लाख रुपये का दान आता है. इस राशि को अन्नप्रसाद के वितरण के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है.

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