तिरुमाला :आंध्र प्रदेश मेंश्री वेंकटेश्वर स्वामी का सलाकतला ब्रह्मोत्सवम के दौरान सोमवार को अंकुरार्पण (बीज चढ़ाने) किया जाएगा, जो कि ध्वजारोहण के एक दिन पहले किया जाता है. श्रीवारी सेनाधिपति विश्वसेन की देखरेख में आज शाम सात बजे से रात आठ बजे तक नवोदित कार्यक्रम होंगे. रात के समय मंदिर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में भूदेवी की पूजा की जाएगी, 'मृत्तिका' को एकत्र किया जाएगा और वे बारात निकालते हुए मंदिर पहुंचेंगे. इसे 'मृत्तसंग्रह यात्रा' (पुट्टमन्नू संग्रह) कहा जाता है. इस मिट्टी में नए अनाज बोने की प्रक्रिया अंकुरार्पण कहलाती है. स्वर्ण रथोत्सव दो अक्टूबर को शाम चार बजे से शाम पांच बजे के बीच होगा.
यह माना जाता है कि भगवान श्री वेंकटेश्वर त्योहारों (उत्सवम) का आनंद लेते हैं और इसलिए, तिरुमाला में हर पल को उत्सव का अवसर माना जाता है. सबसे महत्वपूर्ण त्योहार ब्रह्मोत्सवम है. ब्रह्मोत्सवम के दौरान की जाने वाली मुख्य गतिविधियाँ हैं: आलिया शुद्धि, मृत्तसंग्रहनामी, ध्वजारोहणम और देवतावनम, वाहन सेवा, श्रीवारी कोलुवु, स्नैपनाम, चूर्णभिषेकम, चक्रस्नानामी, देवतोद्वासनामी, ध्वजावरोहणम.
पूजा कार्यक्रम इस प्रकार हैं :-
26-09-2022
अंकुरार्पण : शाम 7.00- रात 8.00 बजे
27-09-2022
ध्वजारोहण शाम : 5.45- 6.15 बजे
27-09-2022
पेडा शेषा वाहन सेवा : रात 9.00-11.00 बजे
28-09-2022
चिन्नाशेष वाहन सेवा : रात 8.00- 10.00 बजे
स्नैपना थिरुमंजनम : दोपहर 1.00-3.00 बजे
हंसा वाहन सेवा : शाम 7.00- रात 9.00 बजे
29-09-2022
सिंहा वाहन सेवा : रात 8.00- सुबह 10.00 बजे
पर्ल कैनोपीड वाहन सेवा : शाम 7.00- रात 9.00 बजे
30-09-2022
कल्प वृक्ष वाहन सेवा : सुबह 8.00-10.00 बजे