कोलकाला : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बीच की कोलकाता की 'टायरेटा बाजार' चर्चा में है. इसे चाइनीज मार्केट के भी नाम से जाना जाता है. टायरेटा बाजार पश्चिम बंगाल की मिलीजुली संस्कृति का एक आदर्श उदाहरण पेश करती है. टायरेटा बाजार को कोलकाता में शांति का प्रतीक माना जाता है.
चीनी नागरिकों की यह कॉलोनी 1960 के दशक में कोलकाता में बसाई गई थी. चीन से आने वाले लोगों ने इस कॉलोनी को विकसित किया था और इसे अपना निवास स्थान बनाया था. हालांकि, अब ये सभी भारतीय नागरिक बन गए हैं. ये लोग अब बंगाल के मतदाता भी हैं. उन्हें राज्य या देश के नक्शे से अलग नहीं किया जा सकता है.
विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान यहां दीवारों पर चाइनीज भाषा में पेंटिंग बनाई है, जो लोगों को आकर्षित कर रही है. जिससे यह क्षेत्र चुनाव में सबसे अलग दिखाई पड़ रहा है.