दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

हुबली ईदगाह मैदान में AIMIM नेताओं ने मनाई टीपू जयंती, श्रीराम सेना ने किया विरोध

हुबली -धारवाड़ नगर निगम के द्वारा ईदगाह मैदान में एआईएमआईएम (AIMIM) पार्टी के नेताओं ने टीपू जयंती मनाई. वहीं आयोजन का विरोध करने पर श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया.

Hubballi Eidgah Maidan
हुबली ईदगाह मैदान

By

Published : Nov 10, 2022, 3:41 PM IST

Updated : Nov 10, 2022, 4:08 PM IST

हुबली (कर्नाटक) :हुबली -धारवाड़ नगर निगम के द्वारा ईदगाह मैदान में टीपू जयंती मनाने की अनुमति प्रदान करने के बाद एआईएमआईएम (AIMIM) पार्टी के नेताओं ने शुक्रवार को जयंती मनाई. वहीं श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं को विरोध करने पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हालांकि टीपू जयंती के आयोजन को देखते हुए मैदान पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था.

हुबली ईदगाह मैदान में AIMIM नेताओं ने मनाई टीपू जयंती

नगर निगम के द्वारा दोपहर 12 बजे तक आयोजन पूरा करने के निर्देश के क्रम में एआईएमआईएम पार्टी के नेताओं ने टीपू जयंती पर टीपू सुल्तान के पोट्रेट को रखकर फूल -माला चढ़ाई. इस दौरान टीपू के समर्थन में शेर के हिंदुस्तान के नारे लगाए. वहीं जयंती कार्यक्रम समाप्त हो जाने के बाद टीपू सुल्तान के पोट्रेट को ईदगाह मैदान से शिफ्ट कर दिया गया.

साथ नगर निगम के तय शर्त के मुताबिक टीपू जयंती का कार्यक्रम खत्म होते ही पुलिस ने सभी को मैदान से बाहर भेज दिया और ईदगाह मैदान के गेट पर ताला लगा दिया. दूसरी आयोजन को लेकर श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं ने चेन्नमा सर्कल में विरोध प्रदर्शन किया. वहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के साथ ही उन्हें हिरासत में ले लिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने टीपू विरोधी नारे लगाए.

इस संबंध में श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम टीपू जयंती के खिलाफ हैं,इसलिए उनकी जयंती राज्य में कहीं भी नहीं मनाने दी गई. उन्होंने एआईएमआईएम देशद्रोही पार्टी बताया. वहीं श्री राम सेना के प्रमुख प्रमोद मुतालिक ने कहा कि हम टीपू जयंती समारोह के खिलाफ हैं. टीप का जन्मदिन मनाना सही नहीं है, भाजपा देशद्रोहियों का समर्थन कर रही है. उन्होंने कहा कि टीपू जयंती समारोह के खिलाफ हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की जाएगी.

आयोजन के लिए यह थीं शर्तें :टीपू जयंती मनाने के लिए हुबली-धारवाड़ महानगर निगम द्वारा कुछ शर्तें तय की गई थीं. इनमें 10 हजार रुपए फीस देने, 20 फीट लंबा और 30 फीट चौड़ा पंडाल लगाने, केवल 3 गुणे 5 फीट के टीपू पोट्रेट की अनुमति, इसके अलावा कोई अन्य ध्वज, चित्र प्रदर्शित नहीं किए जाने की रोक थी. साथ ही कहा गया था कि ईदगाह मैदान में संपत्ति को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए. जयंती के दौरान दंगे और भ्रम की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और टीपू जयंती समारोह को दोपहर 12 बजे तक समाप्त करने के लिए कहा गया था.

ये भी पढ़ें - कर्नाटक: नगर निगम ने हुबली के ईदगाह मैदान में टीपू जयंती मनाने की दी अनुमति

Last Updated : Nov 10, 2022, 4:08 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details