अगरतला : त्रिपुरा स्वदेशी प्रगतिशील क्षेत्रीय गठबंधन (टीआईपीआरए) और इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) जल्द ही त्रिपुरा में 'ग्रेटर टिपरालैंड' के लिए अपना संयुक्त आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं. टीआईपीआरए एक क्षेत्रीय स्वदेशी राजनीतिक दल है जो अब त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद पर शासन कर रहा है जबकि आईपीएफटी त्रिपुरा की सत्तारूढ़ भाजपा का गठबंधन सहयोगी है.
टीआईपीआरए ने कहा कि त्रिपुरा के मूल निवासियों के लिए एकमात्र समाधान ग्रेटर टिपरालैंड है. उनका कहना है कि '70 से अधिक वर्षों से हमें जल संकट का सामना करना पड़ रहा है. कोई नौकरी नहीं, कोई काम नहीं. हमारा आंदोलन आदिवासियों के लिए है किसी के खिलाफ नहीं. यह हमारे संवैधानिक अधिकारों के लिए है. जल्द ही हम लोगों के लिए मिलकर अपना आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं.' भाजपा सरकार पर स्वदेशी लोगों के लिए चुनाव पूर्व वादों को पूरा नहीं करने का भी आरोप लगाया.