भोपाल।टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त मध्य प्रदेश में पिछले साढ़े 6 महीने में 27 बाघों की मौत हो चुकी है, जो पूरे देश में सबसे ज्यादा है. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की वेबसाइट के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल एक जनवरी से 15 जुलाई तक देश में कुल 74 बाघों की मौत हुई है, इनमें से मध्य प्रदेश में 27 बाघ मरे हैं.
एमपी के वन मंत्री की सफाई:वन मंत्री विजय शाह का कहना है कि- "मध्य प्रदेश में बाघों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसलिए मौतों का आंकड़ा भी ज्यादा है. जुलाई 2019 को जारी राष्ट्रीय बाघ आकलन रिपोर्ट 2018 के अनुसार, 526 बाघों के साथ एमपी ने 'टाइगर स्टेट' का अपना खोया हुआ दर्जा दोबारा हासिल किया था. इससे पहले कर्नाटक टाइगर स्टेट था".
देश के किस राज्य में कितने बाघों की मौत ?
- मध्यप्रदेश-27
- महाराष्ट्र- 15
- कर्नाटक- 11
- असम- 5
- केरल- 4
- राजस्थान- 4
- उत्तर प्रदेश- 3
- आंध्र प्रदेश- 2
- बिहार- 1
- ओडिशा- 1
- छत्तीसगढ़- 1
Tiger Death in MP 2022: नहीं थम रहा बाघों की मौत का सिलसिला, शहडोल में टाइगर की मौत, कुएं में मिला शव
पिछले तीन सालों में बांधवगढ़ में दो दर्जन से ज्यादा बाघ मरे:मध्यप्रदेश को बाघ स्टेट का दर्जा दिलाने में 124 बाघों के साथ बांधवगढ़ ने अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन पिछले तीन सालों में बांधवगढ़ ने अपने दो दर्जन से ज्यादा बाघ खो दिए. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगातार हो रही बाघों की मौतों से मध्यप्रदेश को मिला बाघ स्टेट का दर्जा खतरे में पड़ सकता है. बांधवगढ़ में 2 साल के अंदर तीन बाघिन और तीन शावकों का शिकार हो गया. शहडोल संभाग के जंगलों में शिकारियों के फंदे में फंस कर 5 साल के अंदर 10 से ज्यादा बाघों की जान चली गई. अकेले उमरिया जिले में खेतों में फैलाए गए करंट की वजह से दो साल में 7 से ज्यादा तेंदुए मौत का शिकार हो गए. (Tiger State)(Tiger state status can be taken back from MP )(Maximum number of tigers died in MP)(MP Tigers Death)