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राजस्थान: कोटा के अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में टाइगर के हमले में केयरटेकर की मौत

राजस्थान के कोटा में स्थित अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में एक टाइगर ने केयरटेकर पर हमला कर दिया. घायल केयरटेकर की इससे मौत हो गई.

Tiger maul Abheda Biological Park caretaker to death in Kota
टाइगर के हमले में केयरटेकर की मौत

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 27, 2023, 6:48 PM IST

Updated : Oct 27, 2023, 7:28 PM IST

कोटा.राजस्थान वन्य जीव विभाग के अधीन आने वाले अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में गुरुवार को एक टाइगर के हमले में केयरटेकर की मौत हो गई. घटना करीब 4:45 बजे की है. घायल को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. पिछले कुछ दिनों से टाइगर की तबीयत ठीक नहीं थी. इसकी देखभाल के लिए ही केयरटेकर एंक्लोजर में गया था.

अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क के रेंजर दुर्गेश कहार ने बताया कि बायोलॉजिकल पार्क में ही जंगली जानवरों के लिए एंक्लोजर बने हुए हैं. इसमें एक एंक्लोजर में बाघ नाहर और बाघिन महक मौजूद है. जब केयरटेकर रामदयाल नागर टाइगर नाहर के बीमार होने पर स्प्रे कर रहे थे. इसी दौरान उसने केयरटेकर पर अचानक से हमला कर दिया. आनन-फानन में गंभीर घायल अवस्था में उन्हें एमबीएस अस्पताल ले जाया गया. जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

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टाइगर के हमले में केयरटेकर की गर्दन के नीचे काफी गंभीर चोटें आईं. टाइगर के नाखून केयरटेकर के शरीर में काफी अंदर तक धंस गए थे. रामदयाल के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. इस मामले की सूचना पुलिस को भी दी गई है. पुलिस रामदयाल का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंपेगी.

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1 मार्च को ही जयपुर से लेकर आए थे बाघ व बाघिन का जोड़ा:जयपुर स्थित नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से 1 मार्च, 2023 को ही अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क बाघ-बाघिन का जोड़ा लाया गया था. जिसमें बाघिन का नाम महक और बाघ नाहर है. इन दोनों के पार्क में आने के बाद से पर्यटकों की संख्या में भी काफी इजाफा हो गया. बीते कुछ दिनों से बाघ नाहर की तबीयत ठीक नहीं थी. बायोलॉजिकल पार्क के पशु चिकित्सक डॉ. विलास राव गुल्हाने का कहना है कि नाहर के पैर के नजदीक एक घाव हो गया था. इस घाव में इन्फेक्शन नहीं फैले और कीड़े नहीं लगे, इसलिए रोज स्प्रे करने के लिए कहा हुआ था. रामदयालु नगर के साथ कंपाउंडर और एक अन्य स्प्रे करने के लिए गए थे. इस दौरान टाइगर में हमला कर दिया. जब वहां मौजूद गार्ड चिल्लाया, तब टाइगर उन्हें छोड़कर भाग गया. उनके साथ जो दो लोग थे, उनमें एक कंपाउंडर व दूसरा कार्मिक अचानक हुए हमले के बाद पहले ही दूर हट गए थे.

जांच के बाद ही बता पाएंगे किसकी गलती रहीःडीसीएफ सुनील गुप्ता का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है. इसके साथ ही पुलिस भी इस पूरे मामले में जांच करेगी. रामदयाल नागर हमारे सीनियर स्टाफ थे. वे करीब 25 साल से वन्य जीव के साथ काम कर रहे थे. वह खुद भी काफी एक्सपर्ट थे. ऐसे में यह घटना कैसे हुई, समझ से परे है. इस घटना में किस की लापरवाही रही है, वह जांच के बाद ही बता पाएंगे.

Last Updated : Oct 27, 2023, 7:28 PM IST

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