बेंगलुरु :कर्नाटक में आईएसआईएस से जुड़े दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का दावा है कि वे प्रतिबंधित इस्लामिक स्टेट (आईएस) की गतिविधियों को आगे बढ़ाना चाहते थे. पुलिस ने आरोप लगाया कि गिरोह के सदस्य राज्य भर में विस्फोट करने की योजना बना रहे थे.
शिवमोग्गा के सिद्धेश्वर नगर निवासी सैयद यासीन (21), मंगलौर निवासी माजी मुनीर अहमद (22) को आज गिरफ्तार किया गया. तीसरे की तलाश है. पुलिस ने शिवमोग्गा के रहने वाले शारिक, माज़ी और सैयद यासीन के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं और गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस की प्राथमिकी के अनुसार, गिरोह के सदस्य आईएस के कारण को आगे बढ़ाने की योजना बना रहे थे जो भारत की एकता, अखंडता और संप्रभुता के लिए हानिकारक था.
गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा, 'तीनों के आईएस से संबंध थे.' उन्होंने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा, 'उनकी गतिविधियों के बारे में गहन जांच चल रही है. वे शिवमोग्गा और तीर्थहल्ली से हैं, जिनका संबंध मंगलुरु से है.' वहीं, एसपी लक्ष्मी प्रसाद ने बताया कि सैयद यासीन और माजी मुनीर अहमद को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई और शिवमोग्गा कोर्ट में पेश किया गया. संदिग्धों को 7 दिन की पुलिस हिरासत में लिया गया.
पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने विस्फोट करने सहित आतंकी प्रशिक्षण लिया था. एक सूत्र ने कहा, 'सरगना यासीन को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे बारीकी से पूछताछ की जा रही है. यासीन एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कर रहा है.'
शिवमोग्गा से भी आतंकी लिंक का शक:बताया जाता है कि यासीन शिवमोग्गा के एक प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ रहा था. तीर्थहल्ली सोप्पू गुड्डे का शारिक फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया गया है. पिछले 15 अगस्त को जब प्रेम सिंह को चाकू मारने के मामले के मुख्य आरोपी जेबीवुल्ला से पूछताछ की गई तो पता चला कि वह अपने मोबाइल फोन पर इन तीनों लोगों के संपर्क में था. शिवमोग्गा इस साल की शुरुआत में उस समय उबाल पर था जब राज्य में हिजाब विवाद के बीच हिंदुत्व कार्यकर्ता हर्ष की हत्या कर दी गई थी.
अगस्त में शहर में तब झड़पें हुईं जब कुछ दक्षिणपंथी सदस्यों ने हिंदुत्व के विचारक विनायक दामोदर सावरकर का एक पोस्टर लगाया, जिसका कुछ मुसलमानों ने विरोध किया था. मारपीट के दौरान 20 वर्षीय एक युवक को चाकू मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया. शिवमोग्गा जिले के रहने वाले ज्ञानेंद्र ने दावा किया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक का संबंध पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों से था.
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