अगरतला : अवैध एनएलएफटी-पीडी गुट (NLFT PD faction) से जुड़े तीन सक्रिय उग्रवादियों (Three active militants) ने मुख्यधारा में शामिल होने के लिए त्रिपुरा पुलिस के सामने हथियार डाल दिए. आत्मसमर्पण करने वाले आतंकवादी प्रतिबंधित संगठन के बांग्लादेश ठिकाने से उस समय भाग गए, जब उन्हें एहसास हुआ कि एनएलएफटी की संप्रभु त्रिपुरा (Sovereign Tripura) की मांग एक अस्पष्ट विचार है.
समन्वय के साथ हाल के दिनों में चरमपंथियों के खिलाफ गिरफ्तारी/आत्मसमर्पण के रूप में लगातार सफलता त्रिपुरा पुलिस का प्रयास (efforts by Tripura Police) काबिले तारीफ है.
आत्मसमर्पण करने वाले आतंकवादियों के नाम अलींद्र रियांग (Alindra Reang) उर्फ बेचिंग सुजीतफा, अनीदा रियांग (Anida Reang) उर्फ याफंग मंताजोई और ड्रो कुमार रियांग (Draw Kumar Reang ) उर्फ दूनिया मिलिका हैं.
उन्होंने 15 सितंबर को बांग्लादेश के जुपुई शिविर से भागने के बाद विशेष शाखा संगठन के सामने आत्मसमर्पण किया था.आत्मसमर्पण के दौरान उन्होंने एक .22 पिस्तौल और गोला बारूद भी जमा किया.
मामले में पुलिस विभाग मे कहा है कि प्रारंभिक पूछताछ के दौरान यह पता चला है कि वे वर्ष 2013 में एनएलएफटी (पीडी) संगठन में शामिल हुए और प्रशिक्षण प्राप्त किया अन्य चरमपंथियों के साथ बांग्लादेश एनएलएफटी शिविर पहुंचे. इन चरमपंथियों के क्षेत्र के अनुभवों के दौरान उन्होंने महसूस किया कि उन्हें स्वतंत्र त्रिपुरा के नाम पर धोखा दिया गया था.
घर से दूर अपने अलग-थलग जीवन के दौरान, उन्हें शारीरिक और भावनात्मक पीड़ा (physical & emotional miseries) का सामना करना पड़ा. उन्होंने भोजन और सामाजिक जीवन के बिना (without food & social life) जंगल के जीवन की कठोर वास्तविकताओं को भी महसूस किया.
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बयान में आगे कहा गया है वर्तमान में एनएलएफटी (पीडी) समूह गंभीर वित्तीय और संगठनात्मक संकट (financial and organizational crisis) का सामना कर रहा है.
दूसरी ओर त्रिपुरा पुलिस द्वारा उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के लिए व्यवस्थित और संगठित प्रयास किए जा रहे हैं.