नई दिल्ली/ रायपुर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ के तीन शहीद जवानों को नक्सल ऑपरेशन में सर्वोच्च साहस और बलिदान के लिए कीर्ति चक्र से सम्मानित किया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ में नक्सल ऑपरेशन में शहीद उपनिरीक्षक दीपक भारद्वाज की पत्नी प्रंतिका भारद्वाज, शहीद आरक्षक सोढ़ी नारायण की पत्नी सुशीला सोढ़ी को कीर्ति चक्र प्रदान किया. इसी प्रकार एसटीएफ प्रधान आरक्षक शहीद श्रवण कश्यप की पत्नी दुतिका कश्यप को भी कीर्ति चक्र प्रदान किया.
बीजापुर में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में हुए थे शहीद: इन तीनों जवानों को राष्ट्रपति की ओर से बस्तर अंचल के बीजापुर जिले में हुए नक्सल ऑपरेशन में सर्वोच्च बलिदान के लिए कीर्ति चक्र दिया. बीजापुर में तीनों जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए सर्वोच्च साहस और बलिदान दिया. राष्ट्रपति ने तीनों शहीदों के परिजनों को कीर्ति च्रक प्रदान किया है. नम आंखों और गर्व के साथ परिजनों ने ये सम्मान लिया. इस दौरान देशवासियों ने शहीदों को नमन किया.
ऐसे हुई थी शहादत: दो अप्रैल 2021 बीजापुर जिले में माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी. जिसके बाद बीजापुर एसपी के नेतृत्व में डीआरजी, कोबरा बटालियन और एसटीएफ ने संयुक्त अभियान चलाया. तीन अप्रैल को यह दल आगे बढ़ा इस दौरान नक्सलियों ने जवानों पर हमला बोल दिया और फायरिंग कर शुरु कर दी. इस दौरान उपनिरीक्षक दीपक भारद्वाज, प्रधान आरक्षक सोढ़ी नारायण तथा शहीद एसटीएफ प्रधान आरक्षक श्रवण कश्यप ने उच्च कोटि की सूझ बूझ का परिचय दिया. लगातार गोली बारी कर नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. उसके बाद नक्सलियों ने यूबीजीएल के जरिए जवानों पर हमला बोल दिया. जिसमें उपनिरीक्षक दीपक भारद्वाज, प्रधान आरक्षक सोढ़ी नारायण तथा शहीद एसटीएफ प्रधान आरक्षक श्रवण कश्यप गंभीर रूप से घायल हो गए और फिर शहीद हो गए. इस तरह तीनों सपूतों ने अपना सर्वोच्च बलिदान देश के लिए दिया. इस ऑपरेशन में चार नक्सली मारे गए. मौके से गोला बारूद और हथियार बरामद हुआ.