नई दिल्ली:48 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल में खेलते हुए, विशु ने मंगोलिया की ओटगोनबैट येसुंखुसलेन के खिलाफ आक्रामक शैली में भारत के लिए विजयी कार्रवाई शुरू की. विशु ने कुछ भारी वार किए और जल्दी से बाउट की कमान संभाल ली. उनका हमला इतना जोरदार था कि रेफरी को पहले दौर में प्रतियोगिता रोकनी पड़ी और भारतीय को विजेता घोषित करना पड़ा.
बाद में, तनु (52 किग्रा) और निकिता (60 किग्रा) ने भी अपने अंतिम-4 दौर के मुकाबलों में क्रमश: नेपाल की स्वस्तिका और उज्बेकिस्तान की तोखिरोवा मुखलिसा के खिलाफ सर्वसम्मत फैसलों से जीत हासिल की.
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विशु, तनु और निकिता के फाइनल में प्रवेश करने के साथ, भारत के पास अब जूनियर लड़कियों के वर्ग में स्वर्ण पदक के लिए लड़ने वाली 10 लड़कियां होंगी. मुस्कान (46 किग्रा), आंचल सैनी (57 किग्रा), माही राघव (63 किग्रा), रुद्रिका (70 किग्रा), प्रांजल यादव (75 किग्रा), संजना (81 किग्रा) और कीर्ति (प्लस 81 किग्रा) पहले ही फाइनल मुकाबले में जगह बना चुकी हैं. जूनियर कांस्य पदक लड़कियों में देविका घोरपड़े (50 किग्रा), आरजू (54 किग्रा) और सुप्रिया रावत (66 किग्रा) शामिल हैं.
इस बीच, लड़कों के वर्ग में, आशीष (54 किग्रा) और अंशुल (57 किग्रा) को अपने-अपने सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा और इस तरह चैंपियनशिप में उनका सफर कांस्य पदक के साथ समाप्त हुआ.