मिलेट पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन मसूरी: कृषि विपणन बोर्ड की राष्ट्रीय परिषद (कोसांब) के तत्वावधान में मिलेट पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इस राष्ट्रीय सम्मेलन का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कोसांब के अध्यक्ष एवं उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेष जोशी और मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने सयुंक्त रूप से उद्घाटन किया.
मिलेट पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होने सीएम पुष्कर धामी मसूरी के सवॉय होटल पहुंचे. जहां भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल के बैंड ने उनका स्वागत किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आईटीबीपी जवानों का हालचाल जाना. वही उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए बैंड की भी सराहना की.
इस राष्ट्रीय सम्मेलन में असम, गोवा, तेलंगाना, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर समेत 15 राज्य भाग ले रहे हैं. सम्मेलन में मिलेट पर कार्य करने के लिए बेहतर मार्ग प्रशस्त करने के मद्देनजर विचारों का आदान-प्रदान किया गया. सम्मेलन में भारतीय मिलेट अनुसंधान संस्थान हैदराबाद, भारतीय चिकित्सा सयंत्र विपणन संघ, एडी पोर्ट्स ग्रुप के प्रतिनिधि और कृषि क्षेत्र के विशेषज्ञ भी शामिल हुए.
तीन दिवसीय सम्मेलन में उत्तराखंड समेत 15 राज्यों के प्रतिनिधि मिलेट की संभावनाएं और अवसर विषय पर मंथन करेंगे. वे अपने-अपने राज्यों में मिलेट से संबंधित अनुभव को भी साझा करेंगे. साथ ही सम्मेलन में मिलेट को प्रोत्साहन और विपणन की पुख्ता व्यवस्था बनाने के दृष्टिगत भविष्य की रणनीति भी तय की जाएगी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मोटे अनाज को लेकर सभी प्रदेशों के कृषि मंत्रियों को शहरों में छोटे छोटे आउटलेट खोलने का आग्रह किया, जिससे लोगों को आसानी से मोटे अनाज उपलब्ध हो सके.
ये भी पढ़ें:उत्तराखंड BJP ने अवैध मस्जिद-मजारों पर छेड़ा घमासान, कांग्रेस बोली- ये है चुनावी राजनीति की पहचान
पुष्कर धामी ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार विकास की ओर अग्रसर है. वह पूरी दुनिया को दिशा देने वाला भारत बन रहा है. उन्होंने कहा जी 20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है. प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को मिलेट वर्ष 2023 घोषित किया है. लगातार देश के अंदर पारंपरिक रूप से उत्पादित होने वाला श्री अन्न मोटे अनाज को प्रोत्साहित करने के लिये काम कर रहा है.
उन्होंने कहा उत्तराखंड सरकार द्वारा मोटे अनाज के उत्पादन, मार्केटिंग और किसानों की आय को बढ़ाये जाने को लेकर विभिन्न योजना के तहत काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा किसानों की आय को दोगुना और उन्हें बेहतर मार्केट उपलब्ध कराए जाने को लेकर मसूरी में तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है. सम्मेलन में देश भर से विभिन्न प्रदेशों के कृषि मंत्री, वैज्ञानिक और प्रतिनिधि आए हुए हैं. 3 दिन में जो मंथन किया जाएगा, उसमें से निश्चित रूप से सकारात्मक चर्चा से अमृत निकलेगा. जिसके फायदा देश भर के किसानों को मिलेगा.
उन्होंने कहा पहाड़ी क्षेत्र में इसका व्यापक असर देखने को मिलेगा. क्योंकि पहाड़ों में पारंपरिक तरीके से मोटे अनाज का उत्पादन होता रहा है. उत्तराखंड सरकार भी मिलेट मिशन के रूप में मोटे अनाजों को प्रोत्साहित करने को लेकर काम कर रही है. उत्तराखंड में जल्द मोटे अनाज के प्रोत्साहन और मार्केट के लिए छोटे-छोटे आउटलेट खोले जाएंगे. उत्तराखंड के सभी ब्रांड का एकिकरण कर एक ब्रांड बनाया जायेगा. उनके छोटे-छोटे आउटलेट बनाकर देश दुनिया से प्रदेश में आने वाले पर्यटक और श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराया जाएगा.