लखनऊ : अलीगंज नया हनुमान मंदिर, हसनगंज मनकामेश्वर मंदिर और आरएसएस (RSS) कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी भरा पत्र खदरा स्थित नानक शाही मठ पहुंचा है. सोमवार को डाक द्वारा मिले पत्र को देखते ही मठ के महंत धर्मेंद्र दास ने पुलिस को इस बात से जानकारी दी है.
राजधानी में एक बार फिर नानक शाही मठ को मुजाहिदों को छोड़ने और ऐसा न करने पर बड़े मंदिरों के साथ आरएसएस कार्यालयों को 15 अगस्त के दिन बम से उड़ाने की धमकी भरा एक पत्र मिला है. ये पत्र पहले अलीगंज के हनुमान मंदिर और हसनगंज के मनकामेश्वर मंदिर को उड़ाने की धमकी की ही तरह है. उसी नाम और पते से भेजा गया है. पत्र मिलते ही मठ के महंत धर्मेंद्र दास ने इसकी जानकारी पुलिस को दी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए मठ और बड़े मंदिरों के आस-पास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है.
आपको बता दें कि मठ अखिल भारतीय उदासीन संप्रदाय संगत से संबद्ध है. फिलहाल पुलिस इस मामले पर जांच करने में जुटी हुई है. बताया ये भी जा रहा है कि इससे पहले मिले पत्र और इस पत्र में एक ही बात लिखी गई है.
हसनगंज कोतवाल यशकांत सिंह के मुताबिक नानक शाही मठ के महंत धर्मेंद्र दास ने फोन पर बताया कि उनके मठ पर एक धमकी भरा पत्र मिला है. ये पत्र मठ के गो-सेवक विपिन को डाक के द्वारा मिला था. उनको इसकी जानकारी सोमवार दोपहर हुई है क्यों कि वो और मठ के महंत मनीषा नंद कई दिनों से बाहर गए हुए थे.
पांच दिन पहले भेजा पत्र
उन्होंने कहा कि ये पत्र मठ को डाक के द्वारा पांच दिन पहले ही भेजा गया है. इस पत्र में लिखा गया है कि जिन मुजाहिदों को आपकी हुकूमत की इन्तहाई फिरकापरस्त सोच की वजह से गिरफ्तार किया गया है, उन्हें फौरन रिहा कर दिया जाए. हमारी कौम से सब्र का इम्तहान न लिया जाए. इसके अलावा लिखा है कि अगर 15 अगस्त से एक दिन पहले पकड़े गए लोगों की रिहाई नहीं की गई तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. इंस्पेक्टर की मानें तो पत्र के लिफाफे में भेजने वाले का नाम जोगिन्दर सिंह और पता खदरा दिया गया है.