श्रीनगर : जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Lieutenant Governor Manoj Sinha) ने कहा कि नागरिकों की हत्या में लिप्त लोगों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. उन्होंने पाकिस्तान पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि यदि कोई जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की कोशिश करेगा, तो उस मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. उपराज्यपाल यहां के सशस्त्र पुलिस काम्प्लेक्स जवान में आयोजित स्मृति दिवस पर संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि पुलिस तथा अन्य सुरक्षा बल यहां शांति बनाए रखने के लिए बेहतरीन कार्य कर रहे हैं. कोविड महामारी से लेकर आंतकियों से लड़ने तक पुलिस हर वक्त मुस्तैद रही. जम्मू-कश्मीर पुलिस केवल केंद्रीय शासित प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में अपनी क्षमताओं और जिम्मेदारियों के लिए जानी जाती है. उन्होंने कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर के कोई दूसरा नाम है, तो वह 'जिम्मेदारी' है.
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उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा कि नागरिकों और अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की लगातार हो रही हत्याओं में लिप्त लोग शांति के दुश्मन हैं. पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के साथ प्रशासन किसी को भी जम्मू-कश्मीर के सदियों पुराने सांप्रदायिक भाईचारे को नुकसान पहुंचाने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि नागरिकों और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की हत्या करने वालों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
उन्होंने आगे कहा कि मैं ऐलान करता हूं कि जब तक जम्मू कश्मीर की धरती से आतंकवाद जड़ से खत्म नहीं कर देते, तब तक प्रशासन, पुलिस और सुरक्षा बल आराम नहीं करेंगे.
इस मौके पर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर में नागरिकों और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की हत्या शांति भंग करने और क्षेत्र में सांप्रदायिक दरार पैदा करने की साजिश के तहत हुई है. ऐसा कर वे कश्मीर की आम जनताकी आजीविका और पर्यटन को भी प्रभावित करना चाहते हैं. एलओसी के पास से अपने आकाओं के निर्देश पर यहां आतंकवादी लोगों को मौत के घाट उतारकर शांति भंग करने की कोशिश में हैं.
उन्होंने आगे कहा कि कुछ निर्धारित वर्ग के लोगों की हत्या का उद्देश्य कश्मीर में सांप्रदायिक दरार पैदा करना था, जिसे पुलिस और अन्य सुरक्षा बल होने नहीं देंगे. उन्हें शांति भंग करने के लिए मुंहतोड़ जवाब दिया गया है, और आगे भी देते रहेंगे.