शिमला:मध्य एशिया, साइबेरिया, चीन और मंगोलिया में कड़ाके की ठंड पड़ने से वहां के परिंदे हिमाचल का रूख करते हैं. हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर ये पक्षी पौंग झील को सर्दियों में अपना आशियाना बना लेते हैं. दुनिया की श्रेष्ठ वेटलैंड में शुमार पौंग झील में इस बार भी बड़ी संख्या में विदेशी परिंदे पहुंचे हैं. यही वजह है कि इस बार पक्षी गणना यानी सर्वे में यहां पक्षियों की तादाद भी काफी ज्यादा पाई गई है.
हिमाचल में पहली बार दिखी ‘लांग टेल्ड डक’: इस साल की गणना में पौंग झील में 108 प्रजातियों के 1,17022 पक्षी मिले हैं. बड़ी बात यह है कि हिमाचल प्रदेश में पहली बार एक नई प्रजाति, लंबी पूंछ वाली बत्तख यानी लांग टेल्ड डक देखी गई है, जिसको बोटिंग पॉइंट के पास सुगनारा क्षेत्र में रिपोर्ट किया गया है. यह सिर्फ रशिया में ही पाई जाती है. पौंग झील में हर साल की तरह इस बार भी जल पक्षी सर्वेक्षण किया गया. यह सर्वे 30 और 31 जनवरी को हुआ था, जिसमें वन्यजीव विंग, हिमाचल प्रदेश वन विभाग, बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (बीएनएचएस), राज्य जैव विविधता बोर्ड, वन्य जीव संस्थान देहरादून एवं वन्य प्राणी विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया.
इसके तहत 30 जनवरी को सभी प्रतिभागियों की प्री-सेंसस ब्रीफिंग की गई. इसके बाद 31 जनवरी 2023 को पौंग डैम वन्यजीव अभयारण्य के पूरे क्षेत्र को 25 भागों में विभाजित किया गया और इसके लिए टीमों का गठन किया गया, जिसमें पक्षियों की गिनती के लिए 68 प्रतिभागियों ने भाग लिया. पक्षी सर्वेक्षण के दौरान रिकॉर्ड किए गए पक्षियों की कुल संख्या 1,17,022 पाई गई, जिसमें 108 प्रजातियां शामिल हैं.
पौंग झील पहुंचे 1.17 लाख परिंदे: इस बार 1,17,022 पक्षी यहां पाए गए हैं, जो पिछले साल 1,10,309 लाख के मुकाबले ज्यादा हैं. इस बार यहां पक्षियों की 108 प्रजातियां मिली हैं. इनमें प्रवासी पानी में रहने वाले पक्षियों की 59 प्रजातियां, निवासी पानी में रहने वाले पक्षियों की 29 और अन्यों की 20 प्रजातियां शामिल हैं. इन 108 प्रजातियों में पानी पर निर्भर प्रवासी पक्षीयों की 59 प्रजातियों की संख्या 1,05,497 पाई गई है. वहीं, पानी पर निर्भर निवासी पक्षीयों की 29 प्रजातियों की संख्या 10,393 पाई गई है. जबकि अन्य पक्षीयों की 20 प्रजातियों की संख्यां 1,132 है.