नई दिल्ली : केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने यह भी कहा कि भागवत के बयान से समाज में जहां कहीं भी भ्रम की स्थिति होगी, वहां स्पष्टता का रास्ता साफ होगा. गौरतलब है कि भागवत ने रविवार को कहा कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है और मुसलमानों को डर के इस चक्र में नहीं फंसना चाहिए कि भारत में इस्लाम खतरे में है. उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग मुसलमानों से देश छोड़ने को कहते हैं, वे खुद को हिन्दू नहीं कह सकते.
भागवत के बयान पर नकवी ने कहा कि संघ को जो विचार है और जो संघ की सोच है वह हमेशा ऐसी ही रही है. उसकी सोच सद्भाव, भाईचारा और राष्ट्रवाद से भरपूर है लेकिन पहले उनके विचार एक तरफ थे और उनके विरोधियों के दुष्प्रचार दूसरी तरफ थे. उनके विचारों पर विरोधियों के दुष्प्रचार हावी होते रहे. उसका प्रमुख कारण यह था कि संघ के लोगों ने प्रचार करने पर ध्यान नहीं दिया.
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से संघ के लोगों के कार्यक्रम सार्वजनिक रूप से होते हैं और लोग उनके विचार और उनके काम को देख और समझ पा रहे हैं. नकवी ने विरोधी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले भी संघ के लोगों ने सेवा के माध्यम से समाज के तानेबाने को एकजुट करने के लिए बहुत काम किए हैं. लेकिन भारत बैशिंग ब्रिगेड और गुमराही गैंग ने न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया में संघ का हौव्वा खड़ा करके भाईचारे और सामाजिक तानेबाने को छिन्न भिन्न करने का षड्यंत्र किया.
उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की ओर से आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधे जाने को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि आरएसएस की सकारात्मक छवि से ये नेता बौखला गए हैं. नकवी ने इस बात पर जोर दिया कि आज जब संघ की छवि लोगों की नजर में सकारात्मक दिखाई दे रही है तो जो नेगेटिव पिक्चर के पेंटर थे उनमें बौखलाहट का शोर ज्यादा दिखाई देता है. अब ये लोग बेनकाब हो गए हैं. ये लोग बौखलाहट भरी बयानबाजी कर रहे हैं. मुझे नहीं लगता कि इनके बयानों का कोई असर होगा.