हैदराबाद : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण का मतदान मंगलवार को होना है. तीसरे चरण में 31 सीटों पर मतदान होना है. इससे पहले के दो चरणों में 30-30 सीटों पर वोटिंग हुई थी. पहले दो चरणों में मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.
तीसरे चरण पर एक नज़र
6 अप्रैल को तीसरे चरण में पश्चिम बंगाल के 3 जिलों की 31 सीटों पर मतदान होना है. इनमें से 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. कुल 31 विधानसभा सीटों पर 205 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी ने इस चरण की सभी 31 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं. जबकि कांग्रेस के सिर्फ 7 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इसके अलावा सीपीएम 12, एसयूसीआई 18 और बसपा 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
तीसरे चरण में 16 पार्टियों के उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जबकि 66 उम्मीदवार आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं. इस चरण में 12 महिलाएं भी चुनाव मैदान में हैं. तीन महिला उम्मीदवारों को तृणमूल कांग्रेस ने टिकट दिया है, जबकि बीजेपी ने दो महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा. सीपीएम, कांग्रेस ने एक-एक महिला उम्मीदवार को सियासी रण में उतारा है. तीन अन्य महिला उम्मीदवार भी मैदान में हैं.
इस चरण में कुल 78,52,425 मतदाता हैं जिनमें से 39,93,280 पुरुष और 38,58,902 महिला मतदाता हैं. इस बार 243 थर्ड जेंडर वोटर भी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. तीसरे चरण में 13 जिलों की 31 सीटों पर वोट डालें जाएंगे. जिसके लिए 10,871 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
एक सीट पर सबसे ज्यादा 11 उम्मीदवार डायमंड हार्बर सीट पर आमने-सामने हैं. जबकि 4 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां सबसे कम 4-4 उम्मीदवार एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं.
तीसरे चरण के दागी उम्मीदवार
तीसरे चरण के कुल 205 उम्मीदवारों में से 53 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि 43 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. ये दागी उम्मीदवार लगभग हर दल में हैं.
बीजेपी के 31 में से 19 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. जबकि सीपीएम के 13 में से 8 उम्मीदवार, कांग्रेस के 7 में से 3 उम्मीदवार, तृणमूल कांग्रेस के 31 में से 11 उम्मीदवार और एसयूसीआई(सी) के 18 में से 2 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
गंभीर आपराधिक मामलों के लिहाज से भी बीजेपी प्रत्याशी टॉप पर हैं. बीजेपी के 16, सीपीएम के 5, तृणमूल कांग्रेस के 10 और एसयूसीआई(सी) के 2 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. तीसरे चरण के दागी उम्मीदवारों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध से लेकर हत्या और हत्या की कोशिश के मामले तक दर्ज हैं.
तीसरे चरण के करोड़पति उम्मीदवार
तीसरे चरण में 33 करोड़पति उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं. अमीर प्रत्याशियों की बात करें तो कुल 205 में से 4 प्रत्याशियों की संपत्ति 5 करोड़ या उससे अधिक है. जबकि 15 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 2 करोड़ से 5 करोड़ के बीच है. 42 प्रत्याशियों की संपत्ति 50 लाख से दो करोड़ और 71 प्रत्याशियों की संपत्ति 10 लाख से 50 लाख के बीच है. सबसे ज्यादा 73 उम्मीदवारों की कुल संपत्ति 10 लाख से कम है.
तीसरे चरण में सबसे ज्यादा 17 करोड़पति उम्मीदवारों को तृणमूल कांग्रेस ने टिकट दिया है, जबकि बीजेपी के 8, आरएसएमपी के 2 करोड़पति उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. वहीं एआईएफबी, कांग्रेस और सीपीएम का एक-एक उम्मीदवार करोड़पति है. इस चरण में 3 निर्दलीय उम्मीदवार भी इस सूची में शामिल हैं.
मगराहाट पश्चिम सीट से निर्दलीय उम्मीदवार समसुल हुदा लस्कर इस चरण के सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. जिनकी कुल संपत्ति 43 करोड़ से ज्यादा है. दूसरे नंबर पर तारकेश्वर सीट से बीजेपी उम्मीदवार स्वप्न दासगुप्ता और तीसरे स्थान पर कुलतली सीट से तृणमूल के गणेश चंद्र मोंडल हैं. इन दोनों की कुल संपत्ति 6 करोड़ से अधिक है. वहीं उलबेरिया उत्तर सीट से बीजेपी के चिरन बेरा के पास सबसे कम संपत्ति है. उनके पास मात्र 1553 रुपये की संपत्ति है. जबकि दूसरे और तीसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी है जिनकी संपत्ति 3000 और 3300 रुपये हैं.