हैदराबाद : पूर्वी लद्दाख में 11 महीने से अधिक लंबे गतिरोध को सुलझाने के लिए 9 अप्रैल को भारत और चीन के वरिष्ठ सैन्य कमांडरों के बीच 11 वें दौर की चर्चा के दौरान एक शीर्ष सूत्र जो निर्णय लेने में शामिल थे ने मीडिया को बताया कि चीन ने चार मूल फ्रिक्शन प्वाइंट में से दो को खाली करने से इनकार कर दिया.सूत्रों के अनुसार चीन ने भारत को सूचित किया कि उसे पोंगोंग त्सो क्षेत्र में विघटन के संबंध में जो हासिल हुआ है, उससे खुश होना चाहिए.
दो फ्रिक्शन प्वाइंट, हॉट स्प्रिंग्स में पैट्रोलिंग पॉइंट 15 (PP15) और PP17A गोगरा पोस्ट के पास चीन ने अभी भी वाहनों के साथ-साथ एक पलटन तैनात कर रखी है.
पिछले साल यहां क्या हुआ था?
मई 2020 में जब पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की ओरतिब्बत पठार क्षेत्र में चीन के सैनिक वार्षिक अभ्यास के लिए आए थे. इस दौरान उनकी भारती. सैनिकों के साथ गतिरोध हो गया. PP15 और PP17A उन चार प्वाइंट में से दो प्वाइंट थे जहां दोनों सेनाओं की बीच संघर्ष हुआ था.इसके अलवा गलवान घाटी में PP14 और पैंगोंग त्सो के उत्तरी तट पर भी दोनों सेनाओं के बीच झड़प हुई थी. चीनी सैनिकों ने इन सभी बिंदुओं पर एलएसी को पार कर लिया था और पॉजिशन संभाल ली थी.
इस दौरान सैनिकों का सबसे अधिक प्रवेश पैंगोंग त्सो के उत्तरी तट पर हुआ, जहां चीनी सैनिक फिंगर 4 पर थे, जो कि फिंगर 8 से 8 किमी पश्चिम में है.
PP15 और 17A क्या हैं?
चीन व भारत के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ भारतीय सेना को कुछ निश्चित स्थान दिए गए हैं, जहां उसके सैनिकों को अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र में गश्त के लिए जाना पड़ता है. इन बिंदुओं को गश्त करने वाले बिंदुओं या PPs के रूप में जाना जाता है और इनको चीन अध्ययन समूह (CSG) द्वारा तय किया जाता है. CSG की स्थापना 1976 में हुई थी. उस समय इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं.
कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, डेपसांग मैदानों की तरह ये गश्त बिंदु LAC पर हैं और सैनिक इन बिंदुओं पर अपना नियंत्रण बनाने के लिए उपयोग करते हैं. यह एक महत्वपूर्ण अभ्यास है क्योंकि भारत और चीन के बीच सीमा अभी तक आधिकारिक रूप से सीमांकित नहीं हुई है.
PP15 और PP17A, LAC के साथ लद्दाख में 65 गश्त बिंदुओं में से दो हैं. (इन 65 में से कुछ में अतिरिक्त अल्फा पीपी भी हैं, जो मूल पीपी से आगे हैं. इसलिए पीपी 17 ए अलग है, लेकिन पीपी 17 के करीब है.)
PP15 क्षेत्र में एक हॉट स्प्रिंग्स के रूप में जाना जाता है, जबकि PP17A गोगरा पोस्ट नामक क्षेत्र के पास है.
ये दोनों क्षेत्र कहां हैं?
ये दोनों इलाके पूर्वी लद्दाख में LAC के गलवान में चांग चेनमो नदी के करीब हैं, जबकि हॉट स्प्रिंग्स चांग चेनमो नदी के ठीक उत्तर में है, गोगरा पोस्ट उस बिंदु से पूर्व में है, जहां नदी गलवान घाटी से दक्षिण-पूर्व की ओर आते हुए और दक्षिण-पश्चिम की ओर मुड़ते हुए एक हेयरपिन मोड़ लेती है.
यह इलाका पहाड़ों की काराकोरम रेंज के उत्तर में है, जो पैंगोंग त्सो झील के उत्तर में स्थित है, और गलवान घाटी के दक्षिण पूर्व में है, जो एक प्रमुख फ्लैशपोइंट बन गया और जून 2020 में एक हिंसक चेहरा बन गया. इसमें 20 भारतीय और कम से कम चार चीनी सैनिक मारे गए थे.
इस क्षेत्र का महत्व क्या है?
यह क्षेत्र कोंगका दर्रे के करीब है, जो मुख्य मार्गों में से एक है. चीन के अनुसार यह भारत और चीन के बीच की सीमा को चिह्नित करता है. भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमा का दावा पूर्व की ओर है और इसमें पूरा अक्साई चिन क्षेत्र भी शामिल है.