मणिपुर में हुए दंगों की वजह केंद्र सरकार की लापरवाही: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक प्रतिनिधिमंंडल के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. इस मुलाकात के बारे में खड़गे ने जानकारी दी और कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को मणिपुर की स्थिति से अवगत कराया है और कहा है कि दंगों के लिए केंद्र सरकार की लापरवाही वजह है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे
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Published : Jun 14, 2023, 8:09 PM IST
कलबुर्गी: ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमारे प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उन्हें मणिपुर की स्थिति से अवगत कराया. बुधवार को कलबुर्गी शहर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मणिपुर में दंगों की वजह केंद्र सरकार की लापरवाही है. अगर शुरुआत में ही इस पर काबू पा लिया गया होता तो इतने लोगों की जान, घर और संपत्ति का नुकसान नहीं होता. त्वरित कार्यवाही न करने के कारण ही ऐसी विकट स्थिति उत्पन्न हुई है.
उन्होंने कहा कि जान गंवाने वालों के परिवारों के लिए, घर, संपत्ति और जमीन खोने वालों के पुनर्वास और मुआवजे में भी देरी हो रही है. हमने अनुरोध किया है कि इसमें तेजी लाई जाए. हमने सरकार को लिखा है कि वे राष्ट्रपति को बुलाकर इस बारे में बात करें. लेकिन सरकार की ओर से हमें किसी तरह का जवाब नहीं मिला है. केंद्र की गैरजिम्मेदारी के कारण कई टकराव हो रहे हैं.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव: खड़गे ने कहा कि हमने मध्य प्रदेश में भी पांच गारंटी देने का वादा किया है. इसलिए वहां भी हमारी जीत निश्चित है. खड़गे ने भरोसा जताया कि मध्य प्रदेश ही नहीं, राजस्थान, मेघालय और छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस की जीत होगी, जहां जल्द ही चुनाव होने वाले हैं. सभी राज्यों का घोषणापत्र एक जैसा नहीं होता. राज्य कांग्रेस के नेता संबंधित राज्य में जो भी आवश्यक होगा वह करेंगे.
तमिलनाडु के आबकारी मंत्री की गिरफ्तारी की निंदा: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में आधी रात को ऑपरेशन करने के लिए ईडी द्वारा तमिलनाडु के आबकारी मंत्री वी सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी की निंदा की. खड़गे ने सवाल किया कि क्या वे मंत्री बनकर कहीं भाग रहे थे? आधी रात की गिरफ्तारी की क्या जरूरत थी?
खड़गे ने आरोप लगाया कि केंद्रीय भाजपा नेता कर्नाटक में अपमानजनक हार और विपक्षी दलों के एक साथ आने को सहन नहीं कर सकते. इसलिए वे बदले की राजनीति करने लगे हैं. केंद्र की भाजपा सरकार विपक्षी दलों को डराने के लिए सीबीआई, ईडी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. बीजेपी ज्यादा से ज्यादा विपक्षी नेताओं को डराने की योजना बना रही है.