नई दिल्ली :भारत सरकार ने कर्मचारी भविष्य निधिन संगठन (EPFO) वित्त वर्ष 2020-21 के लिए PF पर मिलने वाला ब्याज दर को 8.5 फीसदी करने की मंजूरी दे दी है. कर्मचारी भविष्य निधिन संगठन (EPFO) वित्त वर्ष 2020-21 के लिए PF पर मिलने वाला ब्याज जल्द ही खाताधारकों के अकाउंट में क्रेडिट किया जा सकता है.
सूत्रों के मुताबिक अब कुल 8.50 फीसदी का ब्याज मिलेगा. हालांकि यह ब्याज दर पिछले 7 साल में सबसे कम है. वित्त वर्ष 2016-17 में 8.65% ब्याज मिलता था. एक दौर वह भी था जब PF पर मिलने वाला ब्याज 12% होता था. इसके बाद लगातार कटौती होती गई और आज ब्याज 8.50 फीसदी पर रूका हुआ है.
पहली बार 8 प्रतिशत हुई ब्याज दर
1977-78 में पहली बार ब्याज दर 8 प्रतिशत पहुंची थी. उसके बाद से यह इससे ऊपर ही है. लेकिन 1978-79 में सबसे बड़ा फायदा पीएफधारकों को मिला. जब सरकार ने इसे 8.25% करने के साथ ही 0.5% का बोनस भी दिया. हालांकि यह बोनस उन लोगों के लिए लिया था, जिन्होंने कभी अपना पीएफ नहीं निकाला हो. बोनस के रूप में मिलने वाली रकम को सिर्फ 1976-1977 और 1977-1978 के पीएफ पर ही दिया गया.
1952 में की गई थी शुरुआत
भारत सरकार ने 1952 में EPFO की शुरुआत की थी. यह वह दौर था, जब भारत आजादी के बाद पहली बार मजदूरों को सोशल सिक्योरिटी देने का प्रयास कर रहा था. उस वक्त EPFO के अंतर्गत 1952 एक्ट लागू किया गया. यहीं से PF पर मिलने वाले ब्याज की शुरुआत हुई. शुरुआत में ब्याज काफी कम महज 3 फीसदी थी. वित्त वर्ष 1955-56 में PF पर ब्याज दर को 3.50% तय की गई. 1963-64 में यह बढ़ते हुए 4% पर पहुंची.