नई दिल्ली : बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि पीएम मोदी पूरे हालात पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. पिछले साल जब कोरोना की पहली लहर समाप्त हुई तो भी केंद्र सरकार शांत नहीं बैठी. केंद्र को पता था कि कोरोना की दूसरी लहर आ सकती है. इसलिए सरकार लगातार तैयारी कर रही थी इसलिए विपक्षी दलों को कोरोना संकट पर सियासत नहीं करनी चाहिए.
सिन्हा ने कहा कि विपक्ष के सभी दलों को सकारात्मक विपक्ष की भूमिका अदा करनी चाहिए और जनता की सहायता करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बंगाल चुनाव में रैली कर थे, तब भी कोरोना से निपटते के लिए काम कर रहे थे. इसलिए विपक्ष आरोप न लगाए कि देश कोरोना संकट से जूझ रहा था तो पीएम बंगाल में व्यस्त थे.
जयंत सिन्हा ने कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए झारखंड सरकार ने 22 से 29 अप्रैल तक झारखंड में लॉकडाउन लगाया है. मैं इस फैसले का समर्थन करता हूं. लॉकडाउन से संक्रमण की चेन टूटेगी. वहीं उन्होंने झारखंड सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की कोरोना से लड़ने में राज्य सरकार पूरी तरह फेल साबित हो रही है. स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है.
झारखंड सरकार ने पिछले पांच महीने के दौरान कोई तैयारी नहीं की जबकि सीएम हेमंत को पता था कि कोविड की दूसरी लहर आएगी. केंद्र सरकार कोरोना संकट में झारखंड की हर संभव सहायता कर रही है लेकिन अपनी नाकामियों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए झारखंड सरकार कहती है की केंद्र झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है. झारखंड में लोगों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहा है.