नई दिल्ली :कश्मीर में गैर-मुस्लिमों की हत्या का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है. कोर्ट से स्वत: संज्ञान लेने की अपील की गई है. वकील विनीत जिंदल ने कहा कि उन्हें हाल ही में कश्मीर में हिंदू और सिख अल्पसंख्यकों की लक्षित हत्या के संबंध में विभिन्न समाचार पत्रों, सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से खबरें देखने को मिली हैं.
उन्होंने कहा कि पांच दिनों में कश्मीर में सात नागरिक मारे गए हैं, जिनमें सिख और हिंदू समुदाय के लोग भी शामिल हैं. याचिका में कहा गया है कि श्रीनगर के संगम ईदगाह इलाके के गवर्नमेंट बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल की सिख प्रिंसिपल सुपिंदर कौर, उसी स्कूल में हिंदू शिक्षक दीपक चंद और फार्मासिस्ट माखन लाल बिंदरू की लक्षित हत्याओं ने कश्मीर में रहने वाले अल्पसंख्यकों के बीच पीड़ा, भय और असुरक्षा की भावना पैदा की है.
याचिका में कहा गया है कि कश्मीर घाटी में हत्या की हालिया घटनाओं, विशेष रूप से लक्षित अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों की हत्या ने एक बार फिर से साल 2000 में अनंतनाग के छत्तीसिंहपोरा गांव में हुई 36 सिखों के नरसंहार की भीषण घटना की याद दिला दी है.
इसमें आगे कहा गया है कि कई सरकारी कर्मचारी, जो कश्मीरी प्रवासियों के लिए प्रधानमंत्री की विशेष रोजगार योजना के तहत नौकरी दिए जाने के बाद घाटी लौट आए हैं, उन्होंने अपनी जान गंवाने के डर से और अपने परिवारों की भलाई के लिए चुपचाप अपना आवास छोड़ दिया है.