श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने फिर से एक कायराना कृत्य को अंजाम दिया है. आतंकियों ने बैंक के एक सिक्योरिटी गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी. उसका नाम संजय शर्मा है. वह कश्मीरी पंडित थे. जब से अनुच्छेद 370 की समाप्ति हुई है, आतंकियों ने टारगेट किलिंग की एक बार फिर से शुरुआत कर दी है. उनका मुख्य मकसद राज्य में दहशत को फैलाना है, ताकि यहां पर पंडितों की वापसी संभव न हो.
दरअसल, 370 हटने के बाद से राज्य में बहुत कुछ बदलाव हुआ है. धीरे-धीरे कर स्थिति सामान्य होने लगी. यहां पर आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ गई, निवेश को लेकर भी माहौल बदलने लगा है, लोग सिनेमा हॉल तक पहुंचने लगे हैं. हाल ही में पठान फिल्म को देखने लोग बड़ी संख्या में सिनेमा हॉल तक आए. लेकिन आतंकियों और उनको पनाह देने वालों के लिए यह स्थिति पूरी तरह से असहज करने वाली है. वे नहीं चाहते हैं कि राज्य में पंडितों की वापसी संभव हो सके. यही कारण है कि वे चुन-चुनकर पंडितों पर हमले कर रहे हैं. आज के हमले से पहले इस तरह के कई हमले हुए हैं, जिनमें कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया गया है. आइए ऐसे ही कुछ हमलों पर एक नजर डालते हैं.
पिछले साल 15 अक्टूबर को आतंकियों ने कश्मीरी पंडित पूरन कृष्ण भट की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस हत्या की जिम्मेदारी कश्मीरी फ्रीडम फाइटर्स नाम के एक संगठन ने ली थी.
इस घटना से पहले 16 अक्टूबर 2022 को कायर आतंकियों ने दो कश्मीरी पंडित भाइयों पर हमला किया था. इस हमले में सुनील कुमार भट्ट की मृत्यु हो गई थी, जबकि उनका भाई गंभीर रूप से घायल हो गया था. दोनों भाई सेब के बगीचे में काम करने के लिए जा रहे थे, तभी उन पर हमला किया गया. इस घटना में आतंकी आदिल वानी की भूमिका थी.