न्यूयॉर्क :भारत-कनाडा गतिरोध के बीच अब भारत को श्रीलंका का साथ मिल गया है. भारत और कनाडा के बीच जारी गतिरोध पर मंगलवार को श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि कनाडा आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गया है. उन्होंने कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उत्तरी अमेरिकी देश जिसका नेतृत्व प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो करते हैं वहां आतंकवादी संरक्षण पा रहे हैं.
श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने कहा कि कनाडाई प्रधानमंत्री के पास बिना किसी सबूत के कुछ अपमानजनक आरोप लगाना आतंकवादियों को सरक्षण प्रदान करने का एक तरीका है. उन्होंने कहा कि ट्रूडो श्रीलंका के बारे में भी अफवाह फैला चुके हैं.
श्रीलंकाई विदेश मंत्री ने कहा कि ट्रूडो ने श्रीलंका के बारे में भी झूठ फैलाया था कि श्रीलंका में नरसंहार हुआ था. जो कि एक भयानक झूठ था. हर कोई जानता है कि हमारे देश में कोई नरसंहार नहीं हुआ. कनाडा की संसद में एक पूर्व नाजी सैनिक को सम्मानित करने के लिए ट्रूडो पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि कल ही मैंने देखा कि उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाजियों की ओर से लड़ने वाले किसी व्यक्ति का जोरदार स्वागत किया है. इसलिए, यह संदेहास्पद है और हम अतीत में इससे निपट चुके हैं. मुझे आश्चर्य नहीं है कि कभी-कभी पीएम ट्रूडो अपमानजनक और अप्रमाणित आरोपों के साथ सामने आते हैं.
22 सितंबर को, कनाडा की संसद में यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के भाषण के दौरान, 98 वर्षीय यूक्रेनी यारोस्लाव हुंका, जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान पहले यूक्रेनी डिवीजन, जिसे एसएस डिवीजन 'गैलिसिया' के रूप में भी जाना जाता था, में सेवा की थी, को कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स में स्पीकर द्वारा सम्मानित किया गया था.