श्रीनगर : टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) जम्मू-कश्मीर में सात जगहों पर छापेमारी की. एनआईए ने छापेमारी के दौरान अनंतनाग में चार जगहों पर पांच लोगों को और श्रीनगर में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.
एनआईए ने अनंतनाग जिले के अचबल इलाके में तीन जगहों पर छापा मारा. दिनेश गुप्ता के नेतृत्व में एनआईए की टीम ने एसपी मुख्यालय अनंतनाग और अचबल एसएचओ के साथ पुशरू, सुनसूमा, अचबल आदि गांवों में अलग-अलग छापेमारी की. इस दौरान पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया.
गिरफ्तार किए गए लोगों में जावेद अहमद मीर (28) पुत्र मोहम्मद शाबन मीर, उमर भट पुत्र निसार अहमद भट, ओवैस अहमद भट पुत्र निसार अहमद भट, तनवीर अहमद भट पुत्र गुल मोहम्मद भट और जीशान मलिक पुत्र मो. अमीन मलिक शामिल हैं.
सुनसूमा निवासी जावेद अहमद एमबीए डिग्रीधारी है और दुकान चलाता है. वहीं, अचबल निवासी उमर भट की अचबल में ही रेडीमेड गारमेंट की दुकान है. ओवैस अहमद भट (25) पेशे से लैब तकनीशियन हैं. तनवीर अहमद भट (25) भी दुकानदार है.
वहीं, पुशरू निवासी जीशान मलिक (23 वर्ष) बीए पास है और मेडिकल स्टोर चलाता है.
एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) द्वारा भारत के खिलाफ हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए यहां संवेदनशील युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें भर्ती करने की साजिश के संबंध में 29 जून को एक मामला दर्ज किया गया था.
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प्रवक्ता ने कहा कि इस संबंध में भारत-केंद्रित एक ऑनलाइन दुष्प्रचार पत्रिका 'द वॉयस ऑफ हिंद' (वीओएच) मासिक आधार पर प्रकाशित की जाती है ताकि अलगाव और सांप्रदायिक घृणा की भावना पैदा करने के लिए काल्पनिक अन्याय की गलत कहानी पेश करके युवाओं को उकसाया जा सके और उन्हें कट्टरपंथी बनाया जा सके.
इस नापाक योजना को अंजाम देने के लिए ‘साइबरस्पेस’ में एक संगठित अभियान शुरू किया गया है. भारत में आईएसआईएस कैडरों के साथ-साथ विभिन्न संघर्ष क्षेत्रों में सक्रिय आईएसआईएस आतंकवादियों ने छद्म ऑनलाइन पहचान से एक नेटवर्क बनाया है, जिसमें आईएसआईएस से संबंधित दुष्प्रचार सामग्री का वितरण किया जाता है.
रविवार को चलाए गए तलाशी अभियान में बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज और मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप, हार्ड डिस्क जैसे डिजिटल उपकरणों के साथ ही ऐसे टी-शर्ट भी बरामद किए गए हैं, जिन पर आईएसआईएस का लोगो है.
(एजेंसी इनपुट)