वाराणसी: श्री राम जन्मभूमि स्थल पर 22 जनवरी 2024 को होने वाले भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए एक तरफ जहां मंदिर ट्रस्ट लगा है, तो वहीं विश्व हिंदू परिषद पूरी तैयारी की रूपरेखा तैयार कर रहा है. कितने लोग आएंगे, कहां रुकेंगे और किस जगह इनके खाने पीने का प्रबंध होगा. यह सब तैयारी को अंतिम रूप देने की जिम्मेदारी विश्व हिंदू परिषद उठा रहा है.
विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक दिनेश चंद्र ने बताया कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन के लिए देशभर से समाज के बंधु तथा पूज्य संत सभी संप्रदायों के 127 से भी अधिक की सूची हमें मिली है. सभी को निमंत्रण भेजा जा रहा है. सबसे बड़ी बात यह है कि 22 जनवरी को जब रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का आनंद उत्सव अयोध्या में मनाया जाएगा, तब पूरे देश में गांव-गांव और मठ मंदिरों में हर हिंदू दरवाजे पर पांच दीपक जलाए जाएंगे.
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव प्रसारणःउन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण होगा. हर कोई अपने-अपने स्थान पर देखें तथा शाम को हर घर पर पांच दीपक जलाकर आनंद उत्सव मनाए. इस प्रकार की अपेक्षा की गई है. इसलिए जानकारी जगह-जगह दी जा रही है. पूरे देश में और विदेश में जो भी राम भक्त हैं, उन तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है, ताकि आनंद उत्सव उस दिन अच्छे से मनाया जा सके.
कितने संत प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पहुंचेंगेःदिनेश चंद्र ने बताया कि विशिष्टजनों की लिस्ट में अभी तक सिर्फ दो से ढाई हजार के बीच नाम हैं, जबकि संतों की सूची छह हजार के ऊपर हो चुकी है. जिन लोगों को व्यवस्था में लगाया गया है, उनकी संख्या एक हजार से ज्यादा है. यह सभी विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता हैं, जो देशभर से लगाए जा रहे हैं. यह अलग-अलग भाषाओं के बोलने वाले जानकार होंगे, ताकि किसी भी व्यक्ति, संत या भक्तों को भाषा के संदर्भ में कोई भी दिक्कत ना आए.
अयोध्या रेलवे स्टेशन और ट्रेनों की क्या होगी व्यवस्थाःउन्होंने बताया कि अभी तक फिलहाल हमने ट्रेन और वहां की व्यवस्था के लिए कोई प्लान नहीं किया. यह सरकार के लिए छोड़ा गया है. वहां रहने की व्यवस्था मंदिर ट्रस्ट और विश्व हिंदू परिषद की तरफ से की जा रही है. कम से कम सात हजार से ज्यादा लोगों के रुकने की व्यवस्था है. रहने की व्यवस्था के लिए माघ मेला और कुंभ में लगने वाले टेंट के लिए हम 10 हजार लोगों के रुकने की व्यवस्था कर रहे हैं.